Shooting
फाइल फोटो

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    पुणे: शहर में मात्र 24 घंटे के अंदर हुई दो फायरिंग (Firing) की घटनाओं की गूंज अब तक सुनाई दे रही है। इस फायरिंग की घटना के बाद शहर पुलिस विभाग में खलबली मच गई है। पुलिस कमिश्नर रितेश कुमार (Pune Police Commissioner Ritesh Kumar) ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित पुलिस स्टेशनों के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टरों को तत्काल कंट्रोल रुप से संलग्न करने का आदेश दिया है। अगले 10 दिन इन सीनियर पुलिस इंस्पेक्टरों को कंट्रोल रुम (Control Room) में ड्यूटी करनी होगी। 

    इस कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। पुणे और पिंपरी-चिंचवड शहर में पिछले वर्ष भर में 21 बार फायरिंग की घटना हुई है। कोयता के बाद अब फायरिंग की घटनाओं में इजाफा होता नजर आ रहा है।

    येरवडा में मामूली विवाद में हुई थी फायरिंग

    येरवडा पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर बालकृष्ण कदम और सिंहगढ़ रोड पुलिस स्टेशन के सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर शैलेस शंखे को कंट्रोल रुप से संलग्न किया गया है। येरवडा के कल्याणीनगर परिसर में सोमवार की रात व्यवसायी ने मामूली विवाद में हवा में फायरिंग की थी। आग सेक रहे युवक के पास जाने पर उसने पूछा था, कहां के हो भैया। इसके बाद बिल्डर वापस आ गए और कार और पिस्तौल लेकर वापस आए। उनसे सवाल करने वाले युवक को बुलाकर उस पर पिस्तौल तान दिया था। इसके बाद हुए विवाद में फायरिंग हुई थी। इस मामले में दोनों तरफ से एक-दूसरे के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। 

     व्हाट्सअप ग्रुप पर डाले गए पोस्ट को लेकर हुई फायरिंग

    फायरिंग की यह घटना ताजा ही थी कि भरी दोपहरी सनसिटी रोड पर सिंहगढ़ पुलिस स्टेशन से चंद कदम की दूरी पर युवक पर फायरिंग की गई थी। व्हाट्सअप ग्रुप पर डाले गए पोस्ट को लेकर पहचान के बिल्डर ने एक युवक पर फायरिंग की। केवल 24 घंटे में शहर में दो फायरिंग की घटना से खलबली मच गई थी। इसके बाद पुलिस कमिश्नर ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित पुलिस स्टेशनों के पुलिस इंस्पेक्टर को कंट्रोल रुम से जोड़ दिया है।

    वर्ष भर में फायरिंग की 21 घटना

    सांस्कृतिक और विद्या का मायका माने जाने वाले शहर में पिस्तौल की आवाज से शांत पुणे की आवाज और दब गई है। पिछले वर्ष पुणे और पिंपरी-चिंचवड में फायरिंग की 21 घटनाएं हुई थी। अधिकांश मामलों में केवल दहशत पैदा करने के लिए फायरिंग की गई, जबकि दूसरी तरफ नए आवारा लड़कों के गिरोह कोयता लेकर सड़क पर खून की होली खेलने को बेताव नजर आ रहे हैं। इन सबके बीच फायरिंग की आवाज बढ़ने से पुणे में अपराध पर लगाम लगाने में पुलिस के नाको चने चबाने पड़ रहे हैं। पिछले तीन वर्ष में पुणे में 287 गैरकानूनी पिस्तौल और 800 जिंदा कारतूस जब्त किया गया हैं। इस मामले में पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है, यह देखना बाकी है। 

    भाईगिरी में पिस्तौल महत्वपूर्ण स्टेटस

    पुणे में भाईगिरी में अब कोयते की जगह पिस्तौल ने जगह बना ली है। कोयते का खुलेआम इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन नए अपराधियों ने अब पिस्तौल का महत्व समझ लिया है। इसलिए उनके बीच पिस्तौल का आकर्षण बढ़ गया है। एक पिस्तौल मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। एक गुंडा प्रवृति के युवक ने अपने केवल दो-ढाई महीने के बेटे के हाथ में पिस्तौल रखकर फोटो निकाला था। कुछ समय बाद पुलिस टीम को इसकी जानकारी मिली। इसके बाद युवक को गिरफ्तार किया गया। इससे पुणे के युवाओं में पिस्तौल का आकर्षण नजर आता है।

    गैरकानूनी पिस्तौल जब्ती की कार्रवाई   

    वर्ष   अपराध  पिस्तौल  गिरफ्तार आरोपी
    2022 68 79 90
    2021 83 92 111
    2020 84 116 102