यूक्रेन से लौटे छात्रों की शैक्षिक सुविधा का प्रबंध करें, विधायक महेश लांडगे ने विधानसभा में सरकार से लगाई गुहार

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    पिंपरी: भाजपा (BJP) के पिंपरी-चिंचवड़ नगर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे (MLA Mahesh Landge) ने यूक्रेन (Ukraine) में युद्ध (War) की स्थिति के कारण महाराष्ट्र (Maharashtra) लौटने वाले मेडिकल छात्रों (Medical Students) के नुकसान (Loss) को रोकने के लिए देश के मेडिकल कॉलेजों में नियमों में ढील देने की मांग की है। मुंबई में विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। सदन में विधायक महेश लांडगे ने महाविकास आघाड़ी सरकार (Maha Vikas Aghadi Govt.) का ध्यान महाराष्ट्र से यूक्रेन से लौट रहे छात्रों की समस्या की ओर खींचा।

    विधायक लांडगे ने कहा कि बड़ी संख्या में छात्र यूक्रेन से महाराष्ट्र लौटे हैं। छात्रों का शैक्षणिक वर्ष बर्बाद होने के साथ-साथ आर्थिक नुकसान का भी डर बना हुआ है। इससे अभिभावक और छात्र तनाव में हैं। पिंपरी-चिंचवड़ और आसपास के इलाकों से हमारे 34 छात्र चिकित्सा शिक्षा के लिए यूक्रेन गए थे। हालांकि, वहां युद्ध की स्थिति के कारण वे भारत लौट आए हैं। अब उनके शैक्षणिक नुकसान को लेकर चिंता सता रही है। ऐसे में छात्र और उनके अभिभावक भी चिंतित हैं।  छात्रों के इस नुकसान को रोकने के लिए शासन स्तर पर प्रयास किए जाने की जरूरत है।

    अभिभावकों और छात्रों को राहत दी जाए

    रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण भारत लौटने वाले छात्रों की चिकित्सा शिक्षा अधूरी नहीं रहनी चाहिए। इसके लिए संबंधित छात्र भारत से इंटर्नशिप कर सकते हैं। इस बारे में केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश जारी किया गया है। उस आधार पर महाराष्ट्र लौटने वाले छात्रों को सरकारी या निजी शिक्षण संस्थान में चिकित्सा शिक्षा और इंटर्नशिप पूरी करने की सुविधा प्रदान की जाए। तो उनका शैक्षणिक वर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा और वित्तीय नियोजन नहीं टूटेगा।  राज्य सरकार से इस संबंध में तुरंत निर्णय लेने की उम्मीद है। विधायक लांडगे ने यह भी मांग की है कि छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए अभिभावकों और छात्रों को राहत दी जाए।