Bhama Askhed Water Supply Scheme

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    पिंपरी: पिंपरी-चिंचवड शहर (Pimpri-Chinchwad City) में जलापूर्ति (Water Supply) सुनिश्चित करने के लिए बेहद महत्वाकांक्षी भामा आसखेड आंध्रा परियोजना (Bhama Askhed Project) का काम अंतिम चरण में है और परियोजना का काम 24 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा। बिजली को जोड़कर इस परियोजना को क्रियान्वित किया जाएगा। फिर सितंबर के पहले सप्ताह में जल शोधन केंद्रों में पानी की ‘परीक्षा’ की जाएगी। उसके बाद सितंबर के अंत में यानि घटस्थापना तक भामा आसखेड आंध्रा का शुद्ध पानी पिंपरी-चिंचवडकरों (Pimpri-Chinchwadkars) के घरों तक पहुंचेगा, यह दावा प्रशासन ने किया है 

    इसकी जानकारी देते हुए बीजेपी के शहर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे ने भोसरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले गांवों सहित पिंपरी-चिंचवड में पानी की आपूर्ति सुचारु बनाने के लिए भामा आसखेड आंध्रा परियोजना का काम शुरू किया था। कुछ दिन पहले परियोजना के कामकाज का निरीक्षण किया गया था। साथ ही प्रशासन को परियोजना कार्य को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए।

    बिजली कनेक्शन का काम 24 अगस्त तक पूरा होगा

     इस बीच, पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका प्रशासन के माध्यम से भामा आसखेड आंध्रा परियोजना के तहत इंद्रायणी नदी के पास निघोजे और तलवड़े में पम्पिंग मशीनरी का निर्माण पूरा कर लिया गया है। परियोजना के लिए 22 केवी हाई वोल्टेज बिजली कनेक्शन का काम 24 अगस्त तक पूरा कर लिया जाएगा।

    अक्टूबर के पहले सप्ताह में शहर को शुद्ध पानी की आपूर्ति का दावा

    बिजली कनेक्शन जोड़ने के बाद पानी को नदी के पास पंप कर चिखली स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में लाया जाएगा। साथ ही चिखली में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम अगले 20 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद पानी की जांच शुरू होगी। प्रशासन ने दावा किया है कि अक्टूबर के पहले सप्ताह में शहर को शुद्ध पानी की आपूर्ति की जाएगी, यह जानकारी भी विधायक लांडगे ने दी है। गौरतलब है कि वर्तमान में पिंपरी-चिंचवड के लिए पानी की आपूर्ति पवना बांध से होती है। इसलिए पवना बांध के अलावा शहर के लिए जलापूर्ति के अन्य स्रोत बनाना आवश्यक था। बीजेपी के तत्कालीन जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने सकारात्मक फैसला लिया। 

    विधायक महेश लांडगे की पहल 

    विधायक महेश लांडगे की पहल पर महानगरपालिका में बीजेपी के शासन काल में आंध्र बांध से 100 एमएलडी और भामा आस्केड से पिंपरी-चिंचवड तक 167 एमएलडी प्राप्त करने की परियोजना को मंजूरी दी गई थी। कोविड और लॉकडाउन के प्रभाव के कारण, प्रशासन को परियोजना को निर्धारित समय के भीतर पूरा करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। अंत में सभी कठिनाइयों को पार करते हुए परियोजना पूरी हो रही है। उम्मीद है कि पिंपरी-चिंचवडकर अब पानी के लिए आत्मनिर्भर हो जाएंगे।