पिंपरी: कोरोना महामारी के साथ साथ पिंपरी-चिंचवड शहर में डेंगू बीमारी भी पैर पसार रही है। शहर में इसके मरीजों (Patients) की संख्या बढ़ने लगी है। जून माह में डेंगू के 297 संदिग्ध और 17 संक्रमित मरीज मिले थे। मगर जुलाई के महज 14 दिनों में डेंगू के 256 संदिग्ध और 16 संक्रमित मरीज मिले हैं।
इसके मद्देनजर पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका के चिकित्सा विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि वे इस बात का ध्यान रखें कि घर और दफ्तर के क्षेत्र में पानी जमा न हो।
चिकनगुनिया के तीन संदिग्ध मरीज मिले
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जुलाई के पहले पखवाड़े में 1,982 मरीजों में बुखार की पुष्टि हुई है। इसमें 256 डेंगू के संदिग्ध और 16 संक्रमित मरीज मिले हैं। वहीं चिकनगुनिया के तीन संदिग्ध मरीज मिले हैं। बरसात के मौसम में वातावरण मच्छरों के प्रजनन के लिए अनुकूल होता है। इस मौसम में मच्छर सर्दी, बुखार, डेंगू और चिकनगुनिया के रोग फैलाते हैं। एनोफिलीज मच्छर सर्दी के बुखार के प्रसार के लिए जिम्मेदार हैं, जबकि एडीज एजिप्टी मच्छर डेंगू और चिकनगुनिया के प्रसार के लिए जिम्मेदार हैं।
पानी को इकट्ठा होने ना दें
यदि सर्दी के बुखार, डेंगू या चिकनगुनिया से पीड़ित व्यक्ति को मच्छर काट ले तो सर्दी का बुखार, डेंगू, चिकनगुनिया का वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। ऐसा विषाणुजनित मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काट ले तो उसे सर्दी बुखार, डेंगू, चिकनगुनिया होने की संभावना अधिक होती है। इसलिए अगर हमें इस बीमारी को फैलने से रोकना है तो हमें एनोफिलीज और एडीज मच्छरों के प्रजनन को रोकना होगा। मादा एनोफिलीज मच्छर गंदे पानी पर अंडे देती है जबकि एडीज एजिप्टी मच्छर साफ पानी पर अंडे देती है। इसमें से 2 दिन बाद मच्छर निकलते हैं। बीमारी को दूर रखने के लिए घरों में सफाई रखें, साथ ही एक जगह पानी को इकट्ठा होने ना दें।
डेंगू, चिकनगुनिया के लक्षण
डेंगू के लक्षणों में तेज बुखार, तेज सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में दर्द, उल्टी, आंखों के अंदर दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते, कमजोरी, भूख न लगना, मुंह सूखना, त्वचा के नीचे, नाक से खून आना और खून की उल्टी, खूनी, काला मल, पेट दर्द, कम होना रक्तचाप, हाथ और पैर ठंडे पड़ जाने आदि शामिल है। वहीं चिकनगुनिया के लक्षणों में अल्पकालिक तेज बुखार, सिरदर्द, शरीर में दर्द, गंभीर जोड़ों का दर्द, शरीर पर दाने आदि शामिल हैं। उपरोक्त सभी लक्षण 7 से 10 दिनों तक रहते हैं।
सर्दी के बुखार के लक्षण : ठंड के साथ बुखार आना। यह बुखार लगातार बना रह सकता है या एक दिन के लिए आ और जा सकता है। पसीने के कारण शरीर ठंडा हो जाता है। अक्सर सरदर्द और उल्टी होती है।
स्वास्थ्य विभाग की अपील
महानगरपालिका के अतिरिक्त स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन सालवे ने कहा कि नागरिकों को चाहिए कि वे पानी के भंडारण बर्तनों और साधनों में पानी का इस्तेमाल करने के बाद उसे साफ सुथरा कर सुखाएं। उसके बाद ही उसमें फिर से पानी भर दें। घर में पानी की बड़ी टंकियां जिन्हें खाली नहीं किया जा सकता है, उन्हें कसकर कवर किया जाना चाहिए। फ्लावरपॉट, कूलर, ट्रे में फ्रिज के नीचे का पानी चार-पांच दिन बाद खाली कर देना चाहिए। स्क्रैप सामग्री को घर के आंगन या छत में निपटाया दिया जाना चाहिए। यदि घर के आसपास पानी का गड्ढा हो तो उसे बुझा देना चाहिए या पानी को संबंधित स्थान पर प्रवाहित कर देना चाहिए।