Seventh Pay Commission implemented for teachers, Municipal Commissioner approved

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    पुणे: शहर भर में ट्रैफिक की समस्या बढ़ने की आलोचना बाद पुणे महानगरपालिका (Pune Municipal Corporation) ने शहर पुलिस (Pune City Police) के साथ चर्चा के बाद महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (Maha-Metro) और पुणे मेट्रोपॉलिटन रिजन डेवलपमेंट एथॉरिटी (PMRDA) को नोटिस जारी किया है। पुणे शहर के कुछ इलाकों में किसी भी प्रकार के मेट्रो रेल कार्य न शुरू होने के बावजूद सड़क पर बैरिकेडिंग की गई हैं। 

    पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) कमिश्नर विक्रम कुमार और पुणे पुलिस कमिश्नर अमिताभ गुप्ता के नेतृत्व में पीएमसी और शहर पुलिस के शीर्ष अधिकारियों ने हाल ही में गणेशखिंड रोड, बनेर रोड, चांदनी चौक, सिंहगढ़ रोड सहित प्रमुख सड़कों और स्थानों पर जहां निर्माण कार्य चल रहा है का जायज़ा लिया।  पीएमसी में सड़क विभाग के प्रभारी वी. जी. कुलकर्णी ने कहा कि इस दौरान अधिकारियों ने यह महसूस किया कि मेट्रो रेल के काम और फ्लाईओवर निर्माण के लिए शहर की सड़कों पर बैरिकेडिंग ट्रैफिक जाम बढ़ने का एक कारण है। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य के दौरान बैरिकेडिंग स्वीकार्य है, लेकिन यह देखा गया कि कुछ स्थानों पर कोई काम शुरू नहीं हुआ था, बावजूद इसके बैरिकेडिंग की गई थी। 

    बाधा पहुंचाने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई

    जायज़ के दौरान स्थिति साफ होने के बाद पीएमसी ने महा-मेट्रो और पीएमआरडीए को नोटिस जारी किया है। एक अधिकारी ने कहा कि पीएमसी कमिश्नर के निर्देशों के अनुसार, पीएमसी ने उन्हें पहले ही नोटिस दिया है और शहर की सड़कों पर यातायात के लिए बाधा उत्पन्न करने के लिए कार्रवाई की धमकी दी है।

    महा-मेट्रो ने दिया पूरा सहयोग करने का आदेश

    महा-मेट्रो ने शहर में यातायात की स्थिति में सुधार के लिए पीएमसी और पुलिस को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।  पुणे में मेट्रो के कार्यकारी निदेशक और प्रवक्ता ने कहा कि उन्हें पीएमसी नोटिस मिला है और वे लिखित में आश्वासन देंगे कि पुणे मेट्रो शहर में यातायात की समस्या से निपटने के लिए हर संभव मदद और सहयोग करेगी। मेट्रो रेल के निर्माण कार्य के लिए शहर की सड़कों पर लगे बैरिकेड्स को जहां भी संभव हो, हटा दिया जाएगा। पुणे मेट्रो दो मार्गों का निर्माण कर रही है वनाज़ से रामवाड़ी तक एक एलिवेटेड रूट और पीसीएमसी से स्वारगेट मार्ग, जो आंशिक रूप से भूमिगत है। 

    सिर्फ मेट्रो के काम को ट्रैफिक जाम के लिए जिम्मेदार ठहराना गलत

    मेट्रो रेल के ठेकेदारों के प्रतिनिधियों ने बताया कि शहर की 2,000 किलोमीटर की सड़कों पर, बमुश्किल 40 किलोमीटर के खंड में मेट्रो का काम चल रहा है। ट्रैफिक की समस्या पैदा करने वाले बैरिकेडिंग पर पीएमसी की चिंता स्वीकार्य है, लेकिन शहर की सड़कों के शेष हिस्सों पर यातायात के मुद्दों के बारे में क्या? उन्हें शहर भर में यातायात के मुद्दों को हल करने पर काम करना चाहिए न कि सिर्फ मेट्रो के काम को ट्रैफिक जाम के लिए जिम्मेदार ठहराना चाहिए।