शहर में एक भी कन्टेनमेंट जोन नहीं!

  • शहरवासियों के लिए राहत, मनपा आयुक्त की जानकारी

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पुणे. महापालिका प्रशासन (Municipal administration) द्वारा तय किए गए कन्टेनमेंट जोन (Containment Zone) में कोरोना (Corona) का प्रभाव ज्यादा था। इन इलाकों को फोकस कर महापालिका विभिन्न उपययोजनाएं मुहैया कर रही थी। मनपा आयुक्त विक्रम कुमार की जानकारी के अनुसार 18 मई को यह दायरा 10.46 वर्ग किमी था। जो 1 जून को कम होकर 9.28 वर्ग किमी हुआ था। फिर एक बार जोन की पुन:रचना की गई थी। तब शहर में सिर्फ 6 कन्टेनमेंट जोन रह चुके थे। लेकिन अब तो शहर में एक भी कन्टेनमेंट जोन नहीं रहा है। पूरा शहर अब मनपा आयुक्त ने खुला किया है। यह शहरवासियों के लिए राहत की बात मानी जा रही है।

73 जोन तक गई थी तादाद

3 मई को शहर में 69 कन्टेनमेंट जोन थे। उसका दायरा 9.91 वर्ग किमी का था। 18 मई को 65 जोन किए गए। उसमे सूक्ष्म जोन का समावेश था। उस तारीख को करीब 24 इलाके हटाय गए थे तो 20 नए बढ़ाये थे। इसका दायरा 10.46 वर्ग किमी हुआ था। 1 जून को यह दायरा काफी कम हुआ था। इसमें 28 हटाए गए थे व 38 नए बढ़ाये गए थे। लेकिन यह दायरा 1.18 वर्ग किमी से कम हुआ था। इस बीच 16 जून को यह दायरा और कम हुआ था। लेकिन ज़ोन की संख्या बढ़कर 73 हुई थी। इसमें 24 क्षेत्र हटाए गए तो करीब 32 नए क्षेत्र समाविष्ट किए गए हथे। यह दायरा 6.645 वर्ग किमी हो गया था। यानी लगभग 2.83 वर्ग किमी का क्षेत्र कम हुआ था।

आयुक्त विक्रम कुमार ने उसके बाद फिर एक बार जोन की पुन: रचना की गई थी। शहर में 74 माइक्रो कन्टेनमेंट जोन बना दिए गए थे।  लेकिन अब 5 अक्टूबर को यह दायरा फिर एक बार कम हुआ था। यह दायरा 6.63 वर्ग किमी था। 5 अक्टूबर से यह दायरा  कम होने लगा  है। यह दायरा 6.63 वर्ग किमी था। 20 अक्टूबर को यह दायरा 4.4 वर्ग किमी पर आया था। कन्टेनमेंट जोन की तादाद 59 से कम होकर 33 हो गई थी। उसके बाद महापालिका आयुक्त ने फिर एक बार जोन की पुन:रचना की गई। तब शहर में सिर्फ 6 कन्टेनमेंट जोन रह चुके थे। लेकिन अब तो शहर में एक भी कन्टेनमेंट जोन नहीं रहा है। पूरा शहर अब मनपा आयुक्त ने खुला किया है। यह शहरवासियों के लिए राहत की बात मानी जा रही है।

नियमों का करना होगा पालन

महापालिका प्रशासन द्वारा कोरोना रोकथाम के लिए कई उपाय योजनाए की जा रही है। साथ ही इसमें लोगों का भी सहयोग मिल रहा है। साथ ही कोरोना की तीव्रता कम होने से कोरोना का असर कम हुआ है। लोग आगामी काल में भी टीका आने तक इसी तरह से मास्क व सामाजिक दूरी जैसे नियमों का पालन करेंगे, तो शहर में फिर से कन्टेनमेंट जोन लागू करने की नौबत नहीं आएगी। लोग व महापालिका प्रशासन मिलकर कोरोना को हरा सकते हैं।