
पिंपरी: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में पराजय का सामना कर चुके राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के युवा नेता पार्थ पवार (Parth Pawar) बीते कुछ समय से पिंपरी-चिंचवड़ महानगरपालिका (Pimpri-Chinchwad Municipal Corporation) के आगामी चुनाव की पृष्ठभूमि पर खासे तौर पर सक्रिय हो गए हैं। हालांकि उनकी सक्रियता केवल ट्विटर (Twitter) पर ही नजर आ रही है। कुछ दिन से वे पिंपरी-चिंचवड़ समेत मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को उठा रहे हैं। उनके ट्वीट लगातार चर्चा का विषय रहे हैं। अब मंगलवार को एक ताजा ट्वीट के जरिए उन्होंने एमआईडीसी (MIDC) के उद्यमियों के लंबित मसलों की ओर ध्यानाकर्षित किया है।
पार्थ पवार ने अपने ट्वीट में कहा है कि एमआईडीसी में उद्यमियों को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पार्थ ने आज सुबह मराठा चैंबर ऑफ कॉमर्स को अपने ट्वीट को टैग किया और महानगरपालिका प्रशासन को कड़ी फटकार लगाई है। एमआईडीसी में विभिन्न समस्याओं ने उद्यमियों को त्रस्त कर दिया है। बुनियादी मुद्दों और चोरी, दुर्घटनाएं, कचरा, धमकी आदि ने उद्यमियों काम करने के लिए अनिच्छुक बना दिया है। प्रशासन को इन मुद्दों का तत्काल समाधान करना चाहिये, यह ट्वीट पार्थ पवार ने किया है।
एमआयडीसीमधील समस्यांनी उद्योजक हैराण झाले आहेत. मूलभूत प्रश्न व चोऱ्या, अपघात, कचरा, धमकावणे अशा प्रकारांमुळे काम करणे त्यांना जिकरीचे झाले असून, पिंपरी चिंचवड शहराची उद्योगनगरी ही ओळख पुसत जाण्यास ही अनास्था कारणीभूत आहे. प्रशासनाने त्वरित हे प्रश्न मार्गी लावावेत @MCCIA_Pune
— Parth Pawar (@parthajitpawar) December 14, 2021
फैसले की कड़ी निंदा
इससे पहले ‘कोरोना वायरस सुरक्षा कवच योजना’ से ‘सांस्कृतिक कार्यक्रम’ के लेखाशीर्ष में 8 लाख रुपए वर्ग करने के फैसले पर कड़ी नाराजगी जताकर पार्थ पवार ने ट्वीट के जरिए फैसले की कड़ी निंदा की। लोगों का स्वास्थ्य महत्वपूर्ण है या सांस्कृतिक कार्यक्रम? यह सवाल भी उन्होंने खड़ा किया है।
ट्वीट के जरिए सत्तादल भाजपा पर सवाल दागा था
एक सड़क हादसे में मासूम बच्ची की दर्दनाक मौत पर भी ट्वीट के जरिए सत्तादल भाजपा पर सवाल दागा था कि क्या यही है स्मार्ट सिटी? बहरहाल पार्थ पवार को मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से लोकसभा चुनाव हारना पड़ा था। वर्तमान में नगर निगम चुनाव से पहले पार्थ पवार लगातार ट्विटर के जरिए विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं, लेकिन शहर में पार्थ पवार कितने सक्रिय हैं? उन्होंने खुद किन मुद्दों को संबोधित किया है? उन्होंने आज तक क्या मांगें की हैं? शहर में इतनी दबी आवाज में चर्चा हो रही है।