Pawana Dam
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    पिंपरी: इस साल भीषण गर्मी के कारण पिंपरी-चिंचवड समेत समेत मावल तालुका (Maval Taluka) की प्यास बुझाने वाले पवना बांध (Pawana Dam) में पानी की मांग बढ़ गई है। बांध (Dam) में पानी की आपूर्ति तेजी से घट रही है। उसी में मानसून ने फिर एक बार ‘गुठली’ मार दी है। 1 जून से अब तक बांध क्षेत्र में मात्र 5 मिमी बारिश दर्ज हुई है। नतीजन जलापूर्ति को लेकर चिंता बढ़ गई है। आज की तारीख में बांध में 21.82 फीसदी पानी बचा है, जो पिछले साल की तुलना में 7.61 फीसदी कम है। 

    बारिश देरी से शुरू होने पर पानी की कमी महसूस की जा सकती है। इसलिए सिंचाई विभाग ने नागरिकों से पानी का संयम से उपयोग करने की अपील की है। पिंपरी-चिंचवड़ शहर सहित मावल क्षेत्र के विभिन्न गांवों के लिए पवना बांध पानी का मुख्य स्रोत है।

    लगातार घट रहा पानी का जलस्तर

    फिलहाल बांध से मांग के मुताबिक, पानी की आपूर्ति की जा रही है। पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका द्वारा पवना बांध से 510 एमएलडी पानी लेकर निगड़ी सेक्टर नंबर 23 के जलशुद्धिकरण केंद्र में प्रक्रिया के बाद समस्त शहर को आपूर्ति की जा रही है। बढ़ती गर्मी के चलते बांध से पानी की मांग बढ़ गई है। इससे बांध का जलस्तर तेजी से नीचे जाने की संभावना है। पवना बांध के पानी का उपयोग मावल और पिंपरी चिंचवड के लोग कृषि के साथ-साथ पीने के लिए करते हैं। पिंपरी-चिंचवड में पहले से ही एक दिन छोड़कर जलापूर्ति की जा रही है। ऐसे में जलस्तर घटने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जून का पखवाडा बीतने के बाद भी बारिश की शुरुआत नहीं हुई है।

    जलापूर्ति में दिक्कत आ सकती है

    पवन बांध में अब 21.82 प्रतिशत जल संचय बचा है। पिछले साल जल संचय 29.43 फीसदी था। पिछले साल की तुलना में इस साल पवना बांध में पानी का भंडारण 7.61 फीसदी कम है। पिछले साल अच्छी बारिश के चलते सितंबर में बांध 100 फीसदी तक भर गया था। इस साल अभी तक बारिश शुरू न होने से बांध के शत प्रतिशत भरने में विलंब होगा। जिससे अगले साल जलापूर्ति में दिक्कत आ सकती है। पवना बांध के शाखा अभियंता समीर मोरे ने कहा कि बांध में अब तक 21.82 प्रतिशत पानी का भंडारण है। यह जुलाई के पखवाड़े तक पर्याप्त पानी है। लू चलने, पानी की बढ़ती खपत के कारण बांध में पानी तेजी से घट रहा है। बारिश शुरू होने में और देरी होने से और समस्या होगी। इसलिए नागरिकों को पानी का कम से कम इस्तेमाल करना चाहिए।