पुणे (महाराष्ट्र). जाने माने इतिहासकार और पद्म विभूषण पुरस्कार से सम्मानित बलवंत मोरेश्वर पुरंदरे (Balasaheb Moreshwar Purandare) का सोमवार को पुणे (Pune) के एक अस्पताल में निधन (Death) हो गया। वह 99 वर्ष के थे। बाबासाहेब पुरंदरे के नाम से लोकप्रिय इतिहासकार कुछ समय से बीमार थे। एक चिकित्सक ने उनके निधन की जानकारी दी।
Maharashtra | Notable Historian and author Babasaheb Purandare passes away at Deenanath Mangeshkar Hospital of Pune around 5 am this morning
— ANI (@ANI) November 15, 2021
चिकित्सक ने बताया कि पुरंदरे एक सप्ताह पहले निमोनिया से पीड़ित पाए गए थे और उन्हें शहर के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया। वह अस्पताल की गहन चिकित्सा इकाई में वेंटिलेटर पर थे। उन्होंने बताया कि पुरंदरे की तबियत रविवार को और खराब हो गई थी और उनकी स्थिति तभी से गंभीर थी।
PM नरेंद्र मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे के निधन पर दुख जताया। PM मोदी ने आज अपने ट्वीट में लिखा, “शिवशाहीर बाबासाहेब पुरंदरे का निधन इतिहास और संस्कृति की दुनिया में एक बड़ा शून्य छोड़ता है। उन्हीं की बदौलत आने वाली पीढ़ियां छत्रपति शिवाजी महाराज से और जुड़ेंगी।”
I am pained beyond words. The demise of Shivshahir Babasaheb Purandare leaves a major void in the world of history and culture. It is thanks to him that the coming generations will get further connected to Chhatrapati Shivaji Maharaj. His other works will also be remembered. pic.twitter.com/Ehu4NapPSL
— Narendra Modi (@narendramodi) November 15, 2021
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
इस दुखद समाचार के आबाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रसिद्ध इतिहासकार और लेखक बाबासाहेब पुरंदरे के राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की घोषणा की। इस बाबत विधिवत घोषणा आज मुख्यमंत्री कार्यालय से की गयी है।
Maharashtra CM Uddhav Thackeray announces state funeral for the notable historian and author Babasaheb Purandare, who passed away early this morning: Chief Minister’s Office
— ANI (@ANI) November 15, 2021
बाबासाहेब की तबियत थी गंभीर
गौरतलब है कि शिवशहर बाबासाहेब पुरंदरे की पिछले कुछ दिनों से तबीयत ठीक नहीं चल रही थी। उन्हें इलाज के लिए कोथरुड के दीनानाथ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहीं तीन दिनों से उनकी हालत नाजुक बनी हुई है। बाबासाहेब सौ साल के हो गए थे। डॉक्टरों ने कहा कि वह बुढ़ापे के कारण इलाज के लिए प्रतिक्रिया नहीं दे रहे हैं। डॉक्टरों की एक विशेष टीम पिछले तीन दिनों से उनका इलाज कर रही थी।
सार्वजनिक कार्यक्रमों में जाना किया था बंद
कुछ महीने पहले बाबासाहेब पुरंदरे 100 साल के हो गए थे। उन्होंने उस समय आयोजित दो-तीन कार्यक्रमों में शिरकत की थी। तब मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे भी घर पहुंचे और पुरंदरे को शुभकामनाएं दीं थीं। वह बाद में किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। वह दिवाली के अवसर पर शास्त्र पूजन कार्यक्रम में भी शामिल नहीं हुए थे। यह पहली बार था जब वह इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए थे।
पुरंदरे की अधिकतर कृतियां मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन से संबंधित हैं। उन्हें 2019 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। पुरंदरे का जन्म 29 जुलाई 1922 को हुआ था।