File
File

    Loading

    पिंपरी: बरसात (Rain) के चलते पिंपरी-चिंचवड शहर (Pimpri-Chinchwad City) की सड़कों की अवस्था गड्ढों (Potholes) के कारण चलनी समान हो गई है। इस बारे में पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका (PCMC)की जनसंवाद सभाओं में भी प्रशासक का ध्यानाकर्षित किया गया। पीसीएमसी प्रशासक और कमिश्नर शेखर सिंह (PCMC Commissioner Shekhar Singh) ने प्रशासन को सड़कों की मरम्मत जल्द से जल्द करने के आदेश दिए हैं। तदनुसार प्रशासन की ओर से मरम्मत कार्य शुरू किया गया और अब तक गड्ढे पाटने और सड़कों की मरम्मत का काम 90 फीसदी तक पूरा किया जा चुका है। यह दावा पिंपरी-चिंचवड महानगरपालिका प्रशासन की ओर से किया गया है। 

    महानगरपालिका की ओर से शहर की सड़कों पर बने करीब 90 फीसदी गड्ढों को भर दिया गया है और नागरिकों की शिकायतों को गंभीरता से लेते महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक शेखर सिंह ने संबंधित अधिकारियों को बचे हुए गड्ढों को जल्द से जल्द भरने के आदेश दिए हैं। महानगरपालिका प्रशासन की ओर से 90 फीसदी मरम्मत कार्य पूरा होने के दावे के साथ पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार शहर की सड़कों में बरसात के दौरान 3,773 गड्ढे बने हैं। इसमें से 3,382 गड्ढों को भरा गया है। महानगरपालिका की ओर से सतर्कता बरती जा रही है कि नागरिकों को आधारभूत संरचना उपलब्ध कराते समय अधोसंरचना की कोई कमी न हो। मानसून की पृष्ठभूमि में किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए मानसून से पहले सड़क का काम पूरा कर लिया गया है। 

    शिकायतों का किया जा रहा त्वरित निस्तारण

    आवश्यकतानुसार गड्ढों को डामर, ठंडे मिश्रण से भर दिया जाता है। अन्य जगहों पर गड्ढों को मिट्टी, बजरी और कंक्रीट से भरने का काम भी किया गया है। हालांकि बारिश के कारण कुछ जगहों पर फिर से गड्ढे हो गए हैं। नागरिकों की सुरक्षा की दृष्टि से महानगरपालिका ने उन गड्ढों को भरने का कार्य युद्धस्तर पर शुरू कर दिया है। नागरिकों की शिकायत है कि कहीं गड्ढों में पानी जमा हो गया है और गड्ढों के कारण गणेश विसर्जन में बाधा आ रही है। ऐसे में कमिश्नर शेखर सिंह ने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि संबंधित विभाग सड़कों पर बने गड्ढों को तुरंत भरकर उन इलाकों में समय रहते उपाय करें जहां पानी जमा होता है। अधिकारियों ने बताया कि महानगरपालिका यंत्रणा के गड्ढों को भरने का कार्य लगातार जारी है और गड्ढों को लेकर नागरिकों को जो शिकायतें मिल रही हैं उनका त्वरित निस्तारण किया जा रहा है।