Pune University
पुणे यूनिवर्सिटी

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– 595 करोड़ 14 लाख रुपए जमा और 656 करोड़ 38 लाख 45 हजार रुपए खर्च का प्रावधान

पुणे. सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी का सत्र 2020-21 का बजट गुरुवार 25 जून को पेश किया गया. यह बजट ऑनलाइन सीनेट सभा में मैनेजिंग काउंसिल के सदस्य राजेश पांडेय ने पेश किया. इस बजट में 595 करोड़ 14 लाख रुपए जमा तो 656 करोड़ 38 लाख 45 हजार रुपए खर्च का प्रावधान किया गया. इस वजह से बजट में 61 करोड़ 24 लाख 40 हजार रुपयों का घाटा अपेक्षित है. 

यह बजट प्रत्यक्ष रुप में मार्च महीने में तैयार किया गया था, लेकिन कोरोना संकट के कारण खर्च पर होने वाले असर के दौरान नये खर्च और हेड में दर्ज नहीं होने के बावजूद कुलगुरु डॉ. नितिन करमलकर और राजेश पांडेय ने अपने भाषण में इस अनपेक्षित परिस्थिति का उल्लेख किया है. यह बैठक अगले आदेश तक स्थगित की गई.

कमाओ और पढ़ो योजना के लिए 7 करोड़ 

कमाओ और पढ़ो योजना के लिए 7 करोड़ का प्रावधान इस बजट में विद्यार्थियों की सेवा और सुविधाओं के लिए 36 प्रतिशत राशि का प्रावधान किया गया. विद्यार्थियों के लिए अनेक प्रोजेक्ट शुरु करने का निश्चित किया गया है. जिसके लिए 21 करोड़ 87 लाख रुपयों का प्रावधान किया गया है. कर्मवीर भाऊराव पाटिल कमाओ और पढ़ो योजना के लिए 7 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया. 2019 में महाराष्ट्र में बाढ की स्थिति में यूनिवर्सिटी ने सर्वोपरी कार्य किए थे. ऐसी संभावित परिस्थिति से निपटने के लिए तथा उपयुक्त सेवा देने के लिए विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करने के लिए 2 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. विद्यार्थी सुरक्षा बीमा योजना व विद्यार्थी आपातकालीन सहायता के लिए 40 लाख, बीमा संरक्षण में दोगुनी वृद्धि के साथ चिकित्सा खर्च में भी वृद्धि की गई है. पिछले साल की तुलना में 15 हजार से अधिक विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी. बाढ़ ग्रस्त और सूखाग्रस्त क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए यह योजना नए सिरे से शुरु की जाएगी. इसके लिए 3 करोड़ 25 लाख रुपयों का प्रावधान किया गया है.

सांस्कृतिक महोत्सव के लिए 12 करोड़ का प्रावधान

सांस्कृतिक महोत्सव के लिए 12 करोड़ का प्रावधान विद्यार्थियों के सांस्कृतिक महोत्सव और प्रतियोगिताओं में सहभाग बढ़ाने के लिए गुणवत्ता सुधार कार्यक्रम के तहत क्रीड़ा सामग्री या संगीत वादन सामग्री के लिए 12 करोड़ रुपयों का प्रावधान किया गया है. समर्थ भारत अभियान के लिए एक करोड़ 50 लाख रुपए का प्रावधान किया गया है. इसके अलावा सांस्कृतिक प्रोजेक्ट के लिए 2 करोड़, क्रीडा प्रोत्साहन योजना के लिए 25 लाख, उच्चतम क्रीड़ा कौशल्य के लिए 25 लाख रुपयों का प्रावधान किया गया है.