पिंपरी : मुला नदी (Mula River) में आयी बाढ़ (Flood) के पानी में एक कार में फंसे एक परिवार के चार लोगों का सफल रेस्क्यू (Successful Rescue) कराने में पुणे के खड़की दमकल (Fire Brigade) के जवानों को सफलता मिली। यह घटना बोपोड़ी में घटी। यहां दापोडी हैरिस ब्रिज के नीचे अंडरपास में नदी के पानी में फंसे सेना के अधिकारी और उसके परिवार और उनके श्वान को इस रेस्क्यू ऑपरेशन में सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया। करीबन पौने घँटे तक यह ऑपरेशन चला।
सेना के अधिकारी और उनका परिवार कार में थे
पुणे और पिंपरी-चिंचवड शहर के साथ-साथ मावल और मुलशी तालुका में मूसलाधार बारिश के कारण मुला नदी उफान पर है। इससे पुणे-मुंबई रेलवे लाइन पर हैरिस ब्रिज के नीचे अंडरपास में बारिश और पड़ोसी मुला नदी का बाढ़ का पानी इकट्ठा हो गया। पुणे-मुंबई हाईवे से आने वाले वाहन इस अंडरपास से भाऊ पाटिल रोड से औंध, रेंज हिल्स, पुणे यूनिवर्सिटी, शिवाजीनगर समेत अन्य जगहों से गुजरते हैं। 13 जुलाई की शाम करीब साढ़े सात बजे टाटा सफारी कार अंडरपास के पास पानी में फंस गई। पानी की गहराई का अंदाजा नहीं होने के कारण कार वहीं फंस गई। इस कार में सेना के एक अधिकारी, उनकी पत्नी और दो बच्चों समेत एक ही परिवार के चार सदस्य और उनके साथ एक पालतू कुत्ता भी फंसा था।
दमकल कर्मचारियों की मदद से परिवार को बचाया गया
आशंका थी कि बाढ़ का पानी बढ़ जाएगा और कार डूब जाएगी। सेना के अधिकारी ने स्थिति को भांपते हुए दोनों लड़कों को कार के ऊपरी हिस्से में टप पर बिठा दिया। दोनों लड़के छतरी के नीचे टप पर बैठकर मदद का इंतजार कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने कार और उस पर सवार बच्चों को देखा और तुरंत खड़की पुलिस स्टेशन और खड़की छावनी बोर्ड दमकल विभाग को सूचना दी। पुलिस और दमकल की गाड़ी सुबह 7.44 बजे मौके पर पहुंची और बचाव कार्य शुरू किया। खड़की छावनी बोर्ड के स्वास्थ्य अधीक्षक शिरीष पटकी ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस विभाग के राजेंद्र डेंगले ने उन्हें इसकी सूचना दी थी। आनन-फानन में मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ी और 3 दमकल कर्मी 5 से 5.5 फीट गहरे पानी में उतरे और सीढ़ी की मदद से दोनों बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला। एक कर्मचारी ने कुत्ते को कंधे पर उठाकर पानी से बाहर निकाला।
गनीमत यह रही कि कार के शीशे खुले थे, इसलिए अंदर से पति, पत्नी और कुत्ते को बाहर निकाला जा सका। कार में पानी भर गया था। कार में पानी भरने से पहले ही सभी लोग सुरक्षित बाहर निकलने में सफल हो गए और एक बड़ा हादसा टल गया। दमकलकर्मियों में शामिल सतीश कांबले, प्रताप शिरवाल, पंकज ताएदे, अजिंक्य वलुंज, अतुल तारडे और विकास हरेर ने इस बचाव अभियान में हिस्सा लिया। करीबन पौने घँटे के अथक प्रयास के बाद 8.20 बजे सेना अधिकारी के परिवार चारों लोगों और उनके पालतू कुत्ते को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।