पुणे: कसबा उपचुनाव (Kasba By-Election 2023) का प्रचार अंतिम चरण में है। प्रचार की इस सरगर्मी के बीच चोरों (Thieves) ने कसबा में आतंक मचा रखा है। भीड़भाड़ वाले परिसर में दो फ्लैट से चोरों ने कीमती सामान चुराया है और चार फ्लैट में चोरी का प्रयास किया। चुनाव प्रचार के लिए कसबा में राज्य के मंत्रियों सहित राजनीतिक नेताओं ने दौरे शुरू हैं। उनके साथ पुलिस का सख्त पुलिस बंदोबस्त भी रहता है, लेकिन इसी बीच चोरों ने हाथ साफ करते हुए पुलिस को चुनौती दी है। चोरी के मामले में सतीश कामतकर (52) ने फरासखाना पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई हैं। इस आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया हैं।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, तपकीर गली भीड़भाड़ वाला रिहायशी इलाका है। शालीग्राम प्रसाद अपार्टमेंट में शिकायतकर्ता कामतकर का फ्लैट है। उनकी बेटी हड़पसर परिसर में रहती है। कामतकर रात में अपनी बेटी के यहां गए थे। इसी बीच चोरों ने फ्लैट का लॉक तोड़कर अंदर प्रवेश किया। घर की आलमारी से पांच हजार कैश और सोने के जेवर मिलाकर चोरों ने कुल 3 लाख 24 हजार का माल चुराया। कामतकर के पड़ोसी के फ्लैट का लॉक तोड़कर चोरों ने वहां से 3 लाख 70 हजार के सोने के जेवर चुराए। उसके बाद चोरों ने अन्य चार फ्लैट में चोरी का प्रयास किया, लेकिन उनके हाथ कुछ भी नहीं लगा।
पुलिस राजनीतिक नेताओं की सुरक्षा में व्यस्त
शहर में पिछले कुछ दिनों से चोरों ने उत्पात मचा रखा है। कसबा उपचुनाव का प्रचार अंतिम चरण में होने से सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस का कड़ा बंदोबस्त है। पुलिस राजनीतिक नेताओं की सुरक्षा में व्यस्त हैं। मंत्रियों के दौरों में ही पुलिस का ज्यादा समय बीत रहा है। इसी बीच चोरों ने शहर में चोरियों का सिलसिला शुरू रखा है।
एक साल में 612 घरों में चोरी
शहर में पिछले एक साल में चोरों ने 612 घरों में चोरी की। चोरों ने करोड़ों रुपए का माल चोरी किया। इनमें से अधिकांश मामलों की जांच करने में पुलिस को सफलता नहीं मिली है। पिछले कुछ वर्षो से घरों में चोरी का सिलसिला शुरू है। पुलिस को चोरी के मामले रोकने में सफलता नहीं मिल रही है।
डेढ़ महीने में 92 घरों में चोरी
शहर में पिछले डेढ़ महीने में चोरों ने 92 घरों में चोरी की है। इसमें लाखों रुपए का माल चोरी हुआ है। इसमें सर्वाधिक घटनाएं परिमंडल-पांच में घटी हैं।
- परिमंडल 1-11
- परिमंडल 2-09
- परिमंडल 3-20
- परिमंडल 4-18
- परिमंडल 5-34
पुलिस पर बंदोबस्त का प्रेशर
पुणे शहर पुलिस पर पिछले दो महीनों से बंदोबस्त का प्रेशर है। शहर में जी-20 बैठक, पुलिस खेल प्रतियोगिता, गणतंत्र दिवस और अब उपचुनाव के कारण पुलिस पर बंदोबस्त का प्रेशर है। केंद्रीय और राज्य के मंत्रियों के विभिन्न कार्यक्रमों से पुलिस अक्सर बंदोबस्त में लगी रहती है। पुलिसकर्मी इस प्रेशर के बारे में व्यक्तिगत रूप से शिकायत भी करने लगे हैं।