पिंपरी: महिला सशक्तिकरण, नवागंतुकों के लिए अवसर की अवधारणा के साथ हर साल आयोजित होने वाला ‘इंद्रायणी थड़ी’ महोत्सव (Indrayani Thadi Festival) इस साल हर मां ( Maa) को समर्पित किया गया है। इसके लिए मेले के प्रतीक चिन्ह (Logo) में ‘मातृदेवो भव’ का उल्लेख कर सभी की मां के प्रति समर्पण का संदेश देने का प्रयास किया गया है, इसकी जानकारी महोत्सव के समन्वयक संजय पटनी ने दी।
पिंपरी-चिंचवड बीजेपी के शहर अध्यक्ष और विधायक महेश लांडगे (MLA Mahesh Landge) की परिकल्पना और शिवांजलि सखी मंच की अध्यक्ष पूजा लांडगे की पहल पर महाराष्ट्र के सबसे बड़े ‘इंद्रायणी थड़ी-2023’ महोत्सव का आयोजन भोसरी के ग्राम मेला मैदान में 25 से 29 जनवरी 2023 के बीच आयोजित किया गया है। इस महोत्सव में खाद्य संस्कृति, ग्राम संस्कृति, हस्तशिल्प, अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर की प्रतिकृति, ग्राम संस्कृति, पाटिल वाडा, हास्य मेला, ऐतिहासिक शस्त्र प्रदर्शनी, पुस्तक प्रदर्शनी, बाल मेला, जादू शो, फैशन शो, नृत्य प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया गया है। इस साल यहां एक हजार से ज्यादा स्टॉल लगाए जा रहे हैं।
‘मां-पुत्र’ की मूर्ति के जरिए जताई कृतज्ञता
विधायक महेश लांडगे की मां हीराबाई किसनराव लांडगे का कुछ दिन पहले निधन हो गया था। लांडगे परिवार का बड़ा आधार खो गया। इस पृष्ठभूमि पर आयोजकों ने इस वर्ष के उत्सव के माध्यम से ‘मातृ देवो भव:’ का संदेश देने का निर्णय लिया है। इसके लिए ‘इंद्रायणी थड़ी-2023’ के लोगो का उल्लेख इस प्रकार किया गया है। साथ ही मेला स्थल पर ‘माँ-पुत्र’ की मूर्ति स्थापित की जाएगी। यह अपेक्षा की जाती है कि उत्सव में आने वाला प्रत्येक व्यक्ति अपने माता-पिता के प्रति कृतज्ञता और सम्मान का भाव विकसित करेगा। आयोजकों ने लोगों से अपील की है कि वे महोत्सव में अपने माता-पिता के साथ आएं।