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    पुणे: महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (MSEDCL) के दो कर्मचारियों पर 5 दिसंबर को हमला किया गया था। उन पर यह हमला तब किया गया जब उन्होंने बिलों का भुगतान न करने पर पुणे के कोंढवा (Kondhwa) इलाके में कुछ घरों का बिजली कनेक्शन काट दिया था। पुलिस ने अधिकारियों को जान से मारने की धमकी देने वाले चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। 

    मामले में कोंढवा शाखा के एक वरिष्ठ एमएसईडीसीएल तकनीशियन, 32 वर्षीय शंकर रोंधे की शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस के मुताबिक, घटना कोंढवा के हजरा कॉम्प्लेक्स इलाके के पास तब हुई, जब रोंधे और उनके सहयोगी सिद्धार्थ चव्हाण मीठा नगर, भाग्योदय नगर और हाजरा कॉम्प्लेक्स इलाकों में उपभोक्ताओं के लंबे समय से लंबित बिजली बिलों की वसूली करने गए थे। पुलिस ने लोक सेवकों पर हमला करने, चोट पहुंचाने और आपराधिक धमकी से संबंधित भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं को लागू किया है। मामले में पुलिस अभी तक गिरफ्तारी नहीं कर पाई है। 

    बिजली आपूर्ति ठप होने से रोष में थे आरोपी 

    सुबह करीब 11 बजे रोंधे और चव्हाण ने दंडात्मक कार्रवाई के तहत चार घरों की बिजली आपूर्ति काट दी और उनके बिजली के मीटर हटा दिए। जब वे मीटर जमा करने के लिए अपने कार्यालय लौट रहे थे, तो उन्हें हाजरा कॉम्प्लेक्स की इमारत से चार लोगों ने रोक लिया। बिजली आपूर्ति ठप करने पर आरोपियों ने रोंधे को लात-घूंसों से पीटा। एक अधिकारी ने कहा कि उन्होंने चव्हाण को भी मारा क्योंकि उन्होंने हस्तक्षेप करने की कोशिश की।

    आरोपियों ने बिजली के मीटर छीने 

    शिकायत के अनुसार, संदिग्धों ने दोबारा उनके इलाके में आने पर जान से मारने की धमकी भी दी और जब्त किए गए बिजली के मीटर भी छीन लिए। रोंधे और चव्हाण ने पुणे के ससून जनरल अस्पताल में प्राथमिक इलाज कराने के बाद कोंढवा पुलिस से संपर्क किया। कोंढवा पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि शुरुआती जांच के आधार पर अफजल कादर कपाड़िया, आसिफ कादर कपाड़िया, मोहम्मद अफजल कपाड़िया और एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।