पुणे: शिवसेना (Shiv Sena) की नेता सुषमा अंधारे (Sushma Andhare) ने कहा कि वारकरी को राजनीति में प्रवेश नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र ने अंधविश्वास उन्मूलन अधिनियम बनाया है। मैं किसी की आस्था के बीच में नहीं आ रही। मेरी शवयात्रा निकाली गई। सच्चे वारकरी संप्रदाय में ऐसा कोई अंतिम संस्कार जुलूस नहीं होता है। शवयात्रा में कोई भगवा फेटा पहनकर नहीं बैठता। भगवा रंग भागवत धर्म की परंपरा है। यह उसके लिए अवमानना है। भौंकने वाले लोगों के बारे में ज्यादा बात न करें। शव यात्रा बीजेपी का स्टंट है। इसमें नाबालिगों के साथ दुर्व्यवहार किया गया है।
सुषमा अंधारे (Sushma Andhare) ने आरोप लगाते हुए कहा कि गणेश शेटे वही हैं, जिन्होंने कोविड काल में 2019 और 2020 में मंदिरों को बंद करने का फैसला करने पर उद्धव ठाकरे से इस्तीफे की मांग की थी। तुषार भोंसले और हा कंपू ने वारी को रोकने के लिए खेतों में आग लगा दी थी। जो कभी वारी में पैदल नहीं गए। कोविड काल में लोगों की सेहत का ख्याल किए बगैर सिर्फ राजनीतिक स्टंट किए गए। क्योंकि ये लोग बीजेपी द्वारा खोली गई वारकरी अघाड़ी में से हैं। तत्कालीन उप मुख्यमंत्री अजित पवार को मोदी को आमंत्रित करने वाले देहू आलंदी में बोलने की अनुमति नहीं थी। बीजेपी के इस गठबंधन ने हमें कभी वोट नहीं दिया। उनसे क्या उम्मीद करें?
सुषमा अंधारे (Sushma Andhare) ने आगे बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, मैं कभी किसी राजनीतिक दल से माफी नहीं मांगती । लेकिन फिर भी अगर मेरे भाषण से किसी को ठेस पहुंची है तो मुझे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने में कुछ भी गलत नहीं लगेगा। मैं कभी कभी भागवत धर्म का कभी अपमान नहीं कर सकती। सुषमा अंधारे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा है कि कुछ लोग राजनीति कर रहे हैं।
शिवसेना नेता ने आगे कहा कि, 14 सेकंड का जो वीडियो दिखाया गया वह अधूरा है। मेरा पूरा वाक्य था, ‘दादा आपने जो वेद गाए हैं, फिर कौन सा धर्म हमारे गरीब लोगों को ज्ञान से वंचित करना चाहेगा। क्या धर्म और आम आदमी के दलालों ने गरीबों को शिक्षा प्राप्त करने से रोकने की साजिश रची है? एक और वीडियो है, वह भी अधूरा है। ज्ञानेश्वर महाराज ने दीवार दौड़ाई और माउली गाई। सुषमा अंधारे ने कहा कि मैंने कहा था कि मेरी मां मेरे लिए सार्वभौम मां है।
अंधारे ने कहा कि, मैंने पहले ही कहा था कि, मुझे फंसाने की साजिश की जा रही है। मुझ पर ED, CBI नहीं थोपी जा सकती तो क्या करें? फिर पुराने वीडियो को निकालकर उसे अभी वायरल किए ज रहे है। यह वीडियो 2009 का है। ये मीरा-भायंदर के कार्यक्रम का वीडियो है। मेरे पुराने वीडियो वायरल हो रहे हैं। मैं वारकरी संप्रदाय की अनुयायी हूं, मैंने सभी पुराणों का अध्ययन किया है। मैंने वारकरी सम्प्रदाय से जो सीखा है, संत कबीर, संत तुकडोजी महाराज से जो सीखा है, वह मैं बोलती हूं। लेकिन बीजेपी जानबूझकर मेरी छवि खराब करने की कोशिश कर रही है।