मुंबई. दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (Southwest Monsoon) की भारी बारिश (Heavy Rain) ने देश के बड़े हिस्से में तबाही मचा दी है। पिछले एक हफ्ते में गुजरात (Gujarat), महाराष्ट्र (Maharashtra), उत्तराखंड (Uttarakhand), कर्नाटक (Karnataka) और केरल (Kerala) में भारी तबाही मचाई है। मुंबई और उपनगरों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई और कुछ ही घंटों में शहर के कई हिस्सों में पानी भर गया, जिससे कुछ स्थानों पर सड़क यातायात ठप हो गया। राज्य के पालघर और गड़चिरोली जिलों में कुछ हिस्सों में स्कूल और कॉलेज बंद हैं। इस बीच बुधवार को मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कुछ जिलों के लिए ऑरेंज और रेड अलर्ट जारी किया है।
पालघर, नासिक, पुणे के लिए के रेड अलर्ट
आईएमडी ने कल मुंबई, रायगढ़, रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, कोल्हापुर, सतारा, अमरावती और ठाणे के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि पालघर, नासिक और पुणे के लिए के रेड अलर्ट जारी किया गया है।
IMD issues orange alert for Mumbai, Raigad, Ratnagiri, Sindhudurg, Kolhapur, Satara, Amravati and Thane tomorrow. Palghar, Nashik and Pune have meanwhile been issued a red alert for tomorrow’s forecast. pic.twitter.com/KeaAX20dPq
— ANI (@ANI) July 13, 2022
पुणे के पर्यटन स्थलों में धारा 144 लागू
भारी बारिश की आईएमडी की चेतावनी के मद्देनजर, पुणे जिला प्रशासन ने जिले के सभी पर्यटन स्थलों में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी की। प्रशासन ने 14 से 17 जुलाई तक इन स्थानों पर 1 किमी के दायरे में प्रवेश पर रोक लगा दी है। आदेश का उल्लंघन होने पर कार्रवाई की जाएगी।
Nagpur, Maharashtra | District collector ordered a survey. Citizens instructed to evacuate flood-hit villages to safer places if needed & health system has been set up. Snake bite prevention measures taken in every taluka: District Administration
— ANI (@ANI) July 13, 2022
नागपुर में 24 घंटे में 10 लोगों की मौत
उधर, नागपुर जिला प्रशासन के मुताबिक, उपराजधानी नागपुर में पिछले 24 घंटे में 10 लोगों की मौत हुई है। आईएमडी ने अगले 3 दिनों में और मूसलाधार बारिश की भविष्यवाणी की है। 1 जून से 13 जुलाई तक बारिश के कारण हुई विभिन्न घटनाओं में कुल 20 लोगों की मौत हुई है, जबकि 19 घायल हो गए हैं। 88 जानवर भी मारे गए और 293 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं।
प्रशासन ने के मुताबिक, जिला कलेक्टर ने सर्वे के आदेश दिए हैं। नागरिकों को निर्देश दिया गया है कि यदि आवश्यक हो तो बाढ़ प्रभावित गांवों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं। स्वास्थ्य व्यवस्था स्थापित की गई है। हर तालुका में सर्पदंश की रोकथाम के उपाय किए गए हैं।