नई दिल्ली,मुंबई. जहां एक तरफ आज NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने 2024 के चुनावों के लिए ‘विपक्षी एकता’ पर बयान दिया है। हालांकि वहीं उन्होंने हिंडनबर्ग विवाद पर कहा है कि अडानी को इसमें टारगेट किया जा रहा है। अडानी ग्रुप के मामले में JPC जांच कराने की मांग का राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने अब तक समर्थन नहीं किया है।
इस बाबत उन्होंने कहा,सभी विपक्षी दलों की एक संयुक्त बैठक की गई और हमने वहां सभी मुद्दों पर चर्चा की। कुछ ऐसे मुद्दे थे जिन पर हम सहमत नहीं थे लेकिन सभी ने बैठक में अपने विचार रखे। इधर मामले पर अब राज्यसभा सांसद और उद्धव गुट के कद्दावर नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा है कि, “अडानी मामले पर चाहे तृणमूल कांग्रेस हो या NCP की अपनी-अपनी अलग राय हो लेकिन इससे विपक्ष की एकजुटता में कोई दरार नहीं आएगी। अडानी मामले पर चाहे तृणमूल कांग्रेस हो या NCP की अपनी-अपनी अलग राय हो लेकिन इससे विपक्ष की एकजुटता में कोई दरार नहीं आएगी।”
#WATCH | Sharad Pawar said that the opposition is demanding JPC but nothing will come out of it as the chairman of JPC will be from BJP… TMC, NCP have their own opinion about Adani but it will not affect opposition unity: Sanjay Raut, Uddhav Thackeray faction pic.twitter.com/zvRo9xFgvD
— ANI (@ANI) April 8, 2023
दरअसल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार ने अडाणी-हिंडनबर्ग केस में विपक्ष की JPC (जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी) की मांग को बेकार बताया है। एक निजी मीडिया चैनल को दिए अपने इंटरव्यू में पवार ने कहा कि, JPC में सत्तारूढ़ पार्टी का बहुमत होता है। उससे सच्चाई सामने नहीं आ पाती है। इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की कमेटी ही एक सही और सटीक विकल्प है। वहीं हालांकि खुद कांग्रेस ने भी शरद पवार के बयान से खुद को अलग कर लिया है।