NCP chief Sharad Pawar
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    नई दिल्ली/मुंबई. जहाँ एक तरफ पाकिस्तान (Pakistan) में फिलहाल राजनीतिक उठापठक जारी है। वहीं दूसरी तरफ भारत (India) के नेता पाकिस्तान के लोगों के साथ हमदर्दी दिखा रहे हैं। जो निश्चित रूप से उनकी दूरदर्शिता को दर्शाती है।

    इसी कड़ी में NCP अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने कहा कि, “मेरा व्यक्तिगत अनुभव है कि पाकिस्तान के आम लोग हमारे विरोधी नहीं हैं। जो राजनीति करना चाहते हैं और सेना की मदद से सत्ता पर नियंत्रण रखना चाहते हैं, वे संघर्ष और नफरत का पक्ष लेते हैं। लेकिन अधिकांश लोग (पाकिस्तान में) शांतिपूर्ण माहौल बनाना चाहते हैं।”

    गौरतलब है कि, पाकिस्तान मुस्लिम लीग  के अध्यक्ष शहबाज़ शरीफ़ कुछ दिनों के नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रम के बाद अपने देश के प्रधानमंत्री बन गए। हालाँकि, इससे पहले अविश्वास मत का प्रस्ताव पारित होने की वजह से इमरान ख़ान को प्रधानमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। ऐसा पहली बार हुआ कि, पाकिस्तान में इमरान ख़ान से पहले किसी भी प्रधानमंत्री को अविश्वास मत हारने की वजह से सत्ता से बेदखल नहीं होना पड़ा था।

    इन सब घटना क्रम के चलते कुछ हलकों में ये तक कहा गया कि इमरान ख़ान की कुर्सी फौज की वजह से ही गई। जबकि कुछ विश्लेषकों का ये मानना है कि इमरान ख़ान को उनकी सेना के साथ मतभेदों का खामियाजा उन्ही अपनी सत्ता गंवाकर भुगतना पड़ा है।