शिवसेना की शाखा पर चला प्रशासन का बुलडोजर, सुभाष भोईर बोले- शिंदे गुट जान-बूझकर परेशान कर रहा है

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    ठाणे : शिवसेना (Shiv Sen) में एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के बगावत के बाद 40 विधायक (MLA) और सांसद (MP) भी उनके साथ गए। इससे राज्य में शिवसेना में बड़ा बंटवारा हो गया। लेकिन इसके बावजूद दोनों गुटों के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिवा परिसर में शिवसेना शाखा (Shiv Sena Branch) पर महानगरपालिका प्रशासन (Municipal Administration) द्वारा तोड़क कार्रवाई किये जाने को लेकर पूर्व विधायक सुभाष भोईर (Subhash Bhoir) ने शिंदे गुट पर निशाना साधा है और इसे काला दिन करार दिया। कल्याण ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के दहिसर गांव में शिवसेना की पुरानी शाखा को प्रशासन ने अवैध बताते हुए गुरुवार को बुलडोजर चल दिया। जिससे ठाकरे गुट के शिवसेना कार्यकर्ताओं ने इस पर नाराजगी जताई है। 

    40 साल पुरानी थी शाखा

    शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे के कार्यकर्ताओं का कहना है कि हमारी शाखा पिछले 40 साल से सर्वे नंबर 63 में है। इसके तहत केंद्र सरकार का डाकघर था। बगल में ग्राम पंचायत कार्यालय और उसके ऊपर सरपंच कार्यालय है। फिर भी शिवसेना की ही शाखा तोड़ी गई। यह एक प्रकार से राजनीति से प्रेरित है।  शिवसैनिकों का कहना है कि उस समय वे शिवसैनिक थे और अब शिवसैनिक नहीं, यह राजनीति दुर्भाग्यपूर्ण है। 

    पूर्व विधायक और ठाकरे गुट के जिला संपर्क प्रमुख सुभाष भोईर ने शिंदे गुट पर हमला बोला है। भोईर का कहना है कि शिवसेना कार्यकर्ताओं ने शाखा प्रमुखों ने इन शाखाओं की स्थापना की थी। इन सभी शाखाओं को उनके द्वारा तब आधिकारिक माना जाता था जब वे मूल शिवसेना में थे और इसी शाखा में बैठकर आम कार्यकर्ता से मंत्री और मुख्यमंत्री बने और बेटे को सांसद बनाए और आज उन्हें आज यह शाखा अनौपचारिक लग गया। मुझे लगता है कि यह एक तरह की राजनीति है।