शहर के उड़ान पुल हुए गड्ढों में तब्दील, नागरिकों को हो रही यातायात की समस्या

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    ठाणे : पिछले चार दिनों से हो रही बरसात (Rain) का असर शहर के यातायात (Traffic) पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है। इस बारिश के कारण ठाणे में सड़कें क्षतिग्रस्त (Roads Damaged) हो गई हैं। लेकिन देखा जा रहा है कि ठाणे में महानगरपालिका (Municipal Corporation) के आंतरिक सड़कों की तुलना में शहर के बाहरी सड़कों और उड़ान पुलों पर अधिक गड्ढे (Potholes) नजर आ रहे है। जोकि अन्य प्राधिकरण के मालिकाना हक का है। जिसके कारण वाहन चालकों को यातायात जाम का सामना करना पड़ रहा है। ठाणे के तीन हाथ नाका उड़ान पुल, नितिन कंपनी-कैडबरी उड़ान पुल, कापूरबावड़ी उड़ान पुल, घोड़बंदर रोड पर स्थित मानपाड़ा और वाघबील उड़ान  पुल गड्ढों में तब्दील हो गए है। 

    गौरतलब हो कि ठाणे शहर में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। इससे शहर की नई-पुरानी सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों को भरने के लिए महानगरपालिका के माध्यम से तरह-तरह के तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है। लेकिन बारिश होने के कारण गड्ढों को भरने में दिक्कत हो रही है। फिर भी शहर के आंतरिक सड़कों की स्थिति अच्छी है। परंतु, शहर के बाहरी सड़कों पर पड़े बड़े-बड़े गड्ढों के कारण ठाणे करों का हाल बेहाल नजर आ रहा है। आज भी शहर में तीन हाथ नाका, नितिन कंपनी, कैडबरी, माजीवाड़ा, कापूरबावड़ी, वाघबील जैसे एमएमआरडीए और एमएसआरडीसी के मालिकाना हक वाले उड़ानपूलों पर दर्जनों गड्ढे हो गए है। इससे यातायात की गति भी धीमी हो गई है। 

    ठाणे शहर में बढ़ी वाहनों की संख्या और मेट्रो के कामों के कारण अनेकों मार्गों पर बड़े-बड़े गड्ढे पड़े है। आलम यह है कि सड़कों पर गड्ढे है कि गड्ढों में सड़कें इसका अता-पता ही नहीं चल पा रहा है। इससे नागरिकों को एक तो सड़कों पर गड्ढों और दूसरे यातायात जाम इस प्रकार दोहरी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। 

    अगर कोई दुर्घटना होती है, तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा?

    हालांकि, संबंधित प्राधिकरण द्वारा इन गड्ढों को अब उन अधिकारियों द्वारा भरा जा रहा है। इसके लिए इन गड्ढों में डामर और खड़ी से मिश्रित लेप लगाया जा रहा है। कई जगहों पर पेवर ब्लॉक का सहारा भी लिया जा रहा है। लेकिन लगातार हो रही बारिश के कारण यह डांबर और खड़ी का लेप और पवार ब्लॉक उखड़ते जा रहे है। ऐसे में बाइक सवार के इससे गिरकर दुर्घटना होने और बड़े वाहनों के गड्ढे में जाने की आशंका बनी हुई है। हालांकि, यह सवाल खड़ा हो गया है कि अगर भविष्य में यहां कोई दुर्घटना होती है, तो इसका कौन जिम्मेदार होगा? इन गड्ढों के कारण ईस्टर्न एक्सप्रेस के साथ-साथ घोड़बंदर क्षेत्र में मुख्य सड़कों पर वाहनों की आवाजाही भी धीमी हो गई है। 

    इन उड़ानपूलों पर पड़े गड्ढे 

    घोड़बंदर रोड पर स्थित पातलीपाड़ा, वाघबिल और मानपाडा उड़ान पुल,

    कापूरबावड़ी – माजीवाड़ा उड़ानपुल, 

    नितिन – कैडबरी उड़ानपुल, 

    तीन हाथ नाका उड़ानपुल आदि।