भिवंडी: भिवंडी-निजामपुर शहर महानगरपालिका अंतर्गत प्रभाग समिति क्रमांक-5 में पांजरा पोल स्थित निदान होटल (Nidan Hotel) के समीप महानगरपालिक द्वारा धोकादायक घोषित इमारत सुबह अचानक ताश के पत्ते की तरह भरभराकर गिर गई। जमींदोंज इमारत के समीप बैठे 5 लोग मलबे की चपेट में आकर आंशिक रूप से घायल (Injured) हो गए। चार घायलों को उपचार के बाद घर भेजा गया और एक गंभीर रूप से घायल होने से सिराज अस्पताल (Siraj Hospital) में एडमिट किया। हादसे की सूचना मिलते ही महानगरपालिका कमिश्नर विजय कुमार म्हसाल तत्काल मौके पर पहुंच कर जरूरी दिशा-निर्देश क्षेत्रीय सहायक आयुक्त सुदाम जाधव सहित आपत्ति व्यवस्थापन टीम को दिया। उक्त हादसे से क्षेत्र में सनसनी फैली है।
गौरतलब है कि शिवाजी चौक बंजार पट्टी नाका मार्ग पांजरा पोल क्षेत्र में निदान होटल के पीछे मकान नंबर 224 ग्राउंड तल को महानगरपालिका द्वारा धोकादायक घोषित कर निष्कासन की कार्रवाई अंजाम दिया गया पुराना पावरलूम कारखाना है। उक्त कारखाना सुबह अचानक भरभरा कर नीचे बैठ गया। सुरक्षावश महानगरपालिका अधिकारियों द्वारा काफी पहले ही कारखाने की पानी बिजली कट कर लोगों से खाली करा दिया गया था। धराशाई कारखाने के समीप ही निर्मित एक खोली के पास बैठे मो.निजामुद्दीन शेख (20), सरताज मो.अश्फाक शेख (26), मो. शकील मेहरुद्दिन शेख (25), मो. मसूर नाजिमुद्दिन शेख (30), मो. जहांगीर आलम शेख (32) आदि 5 लोग आंशिक रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए आईजीएम भेजा गया। एक घायल की हालत कुछ गंभीर होने की वजह से सिराज अस्पताल में एडमिट किया गया जहां डाक्टरों ने हालत ठीक बताया है।
अति खतरनाक इमारतों की तोडू कार्रवाई तेज करने के निर्देश
हादसे में घायलों को हाथ, पैर,सिर पर मामूली चोटें आई हैं।हादसे की सूचना मिलते ही मनपा कमिश्नर विजय कुमार म्हसाल और आपत्ति व्यवस्थापन टीम तत्काल मौके पर पहुंची और रेस्क्यू कार्य आरंभ किया। महानगरपालिका आपत्ति व्यवस्थापन टीम द्वारा करीब 3 घंटे के उपरांत धरासाई इमारत का मलबा मार्ग से हटाकर सुगम किया गया। कमिश्नर म्हसाल ने क्षेत्रीय सहायक आयुक्त सुदाम जाधव को नागरिकों की जीवन सुरक्षा के लिए अति खतरनाक इमारतों की तोडू कार्रवाई तेज किए जाने के निर्देश दिए हैं।
250 इमारतें धोकादायक घोषित
विदित हो कि महानगरपालिका प्रभाग समिति क्रमांक 5 अंतर्गत करीब 250 इमारतें धोकादायक घोषित की गई है जिसमें C1 कैटेगरी अर्थात अति धोकादायक श्रेणी में 110 इमारतें हैं। C1 कैटेगरी की इमारतों में करीब 40 इमारतों को महानगरपालिका कर्मियों की टीम द्वारा पानी, बिजली काट कर लोगों से पूर्णतया खाली कराया गया है, शेष बिल्डिंगों से भी कमोवेश रहिवासियो को निकाला जा चुका है। धोखादायक इमारतों में महानगरपालिका स्टाफ क्वार्टर,मंडई स्थित लाइब्रेरी भी शामिल है।
नागरिक करें महानगरपालिका का सहयोग
हादसे में घायल हुए लोगों के प्रति दुख व्यक्त करते हुए महानगरपालिका कमिश्नर विजय कुमार म्हसाल ने कहा कि प्रतिवर्ष बरसात के दौरान अति धोकादायक बिल्डिंगों के धराशाई होने का गंभीर खतरा रहता है। महानगरपालिका प्रशासन द्वारा खतरनाक इमारतों को खाली कराया जा चुका है। महानगरपालिका प्रशासन की प्राथमिकता लोगों का जीवन बचाना है। नागरिकों को महानगरपालिका प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।