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    कल्याण : मोटर साइकिल (Motor Cycle) और मोबाइल चोरी (Mobile Theft) के सनसनीखेज मामले में बाल गृह (Children’s Home) से फरार हुए दो नाबालिगों (Minors) ने एक बड़ा गिरोह बना लिया। जो रात में नागरिकों को लूटता था। पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ कर कई वारदातों का खुलासा किया है। नाबालिग बच्चों के इस तरह के कारनामे से शहर में खलबली मच गई हैं। 

    7 आरोपियों में से दो नाबालिग

    कल्याण पुलिस परिमंडल 3 के पुलिस उपायुक्त सचिन गुंजाल के नेतृत्व में पुलिस टीम नब चोरों और लुटेरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। आपराधिक घटनाओं को रोकने और अपराधियों की धरपकड़ करने के लिए स्पेशल टीम गठित की। इसी दौरान डोंबिवली की रामनगर पुलिस को सूचना मिली कि ठाकुरली के म्हसोबा चौक पर कुछ चोर आ रहे हैं। डोंबिवली के एसीपी सुनील कुरहाड़े वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सचिन सांगभोर के मार्गदर्शन में पुलिस अधिकारी योगेश सानप की एक टीम ने जाल बिछाया और 7 लोगों को हिरासत में लिया। इन 7 आरोपियों में से दो नाबालिग थे। लेकिन इन दोनों नाबालिगों को हिरासत में लेने के बाद पुलिस के सामने चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। इन दोनों नाबालिग बच्चों के पास से बड़ी संख्या में चोरी की साइकिल, मोटर साइकिल और 22 मोबाइल फोन बरामद किए गए है। 

    पांच लोगों को मिलाकर बनाया गिरोह

    पुलिस हिरासत में लिए गए नाबालिगों आरोपियों के साथी सागर शर्मा, जेम्स सूसी, सत्यकुमार कनौजिया, सचिन राजभर और सोनू कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि इन दोनों नाबालिगों ने इन पांचों लोगों को मिलाकर एक गिरोह बनाया और लूट की घटनाओं को  अंजाम दिया है। इस गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई के लिए पुलिस की सराहना हो रही है। इस गिरोह को पकड़ने का श्रेय योगेश सानप, बलवंत भराडे, विशाल वाघ, प्रशांत सरनाइक, सुनील भांगे की टीम को दिया जा रहा है।