कल्याण : विभागीय शिक्षा (Departmental Education) उप संचालक (Deputy Director) ने कल्याण के बी.के. बिड़ला पब्लिक स्कूल (B.K. Birla Public School) द्वारा की गई फीस वृद्धि पर रोक लगा दी है। शिकायतकर्ता (Complainant) एड. मनीष वाधवा (Advocate Manish Wadhwa) के अनुसार कुछ दिनों पहले बी.के. बिड़ला पब्लिक स्कूल द्वारा मनमानी तरीके से 20 प्रतिशत फीस बढ़ाई गई थी, जिसके खिलाफ अभिभावकों ने विरोध प्रदर्शन किया था।
इसी मामले को लेकर एड. मनीष वाधवा ने शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की थी। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा उप संचालक संदीप संगवे ने ठाणे जिला परिषद के शिक्षा अधिकारी को मनमानी करने वाले बी.के. बिड़ला पब्लिक स्कूल पर फौरन लगाम लगाने का आदेश दिया है।
कोरोना से बिगड़ा आर्थिक बजट
गौरतलब है कि पिछले 2 वर्षों से चल रही कोरोना महामारी के कारण लोगों की हालत खराब है। कोरोना के कारण काफी लोगों की नौकरी चली गई है जिससे लोग अभी तक उभर भी नहीं पाए हैं और शहर के निजी स्कूल लगातार फीस में वृद्धि करते जा रहे हैं, जिसके चलते अभिभावकों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में स्कूल प्रबंधन द्वारा फीस के लिए मार्कशीट नहीं देना और आने वाले शैक्षणिक वर्ष में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाना, विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है।
अभिभावकों ने किया था प्रदर्शन
कल्याण का बी.के. बिड़ला पब्लिक स्कूल भी काफी समय से फीस वृद्धि के चलते विवादों में चल रहा है और यही कारण है कि अभिभावकों ने फीस बढ़ोतरी के विरोध में प्रदर्शन किया था। एड. वाधवा ने बताया कि बी.के. बिड़ला पब्लिक स्कूल प्रबंधन ने 31 मार्च को एक अभिभावक को फीस बढ़ोतरी के चलते शैक्षणिक वर्ष में प्रवेश नहीं देने का पत्र भेजा था, जिसको लेकर विभागीय शिक्षा उप संचालक से शिकायत की गई थी। वाधवा ने यह भी कहा कि बी.के. बिड़ला पब्लिक स्कूल द्वारा बढ़ाई गई फीस के खिलाफ मुंबई उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर की गई है जिस पर जल्द सुनवाई होने की उम्मीद है।