Naresh Mhaske and Sanjiv Naik

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नवभारत न्यूज नेटवर्क
ठाणे: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के दबाव में ठाणे लोकसभा का टिकट शिवसेना के नरेश म्हस्के को दिए जाने के बाद भाजपा में बवाल शुरू हो गया है। भाजपा नेता एवं पूर्व सांसद संजीव नाईक के समर्थन में नवी मुंबई एवं मीरा-भायंदर के 400 से अधिक भाजपा पदाधिकारियों एवं पूर्व नगरसेवकों ने इस्तीफे की घोषणा की है। महायुति उम्मीदवार नरेश म्हस्के एवं शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के सामने ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व सांसद संजीव नाईक के समर्थन नारे लगाये। म्हस्के एवं सरनाईक भाजपा विधायक गणेश नाईक से मुलाकात करने गए थे। लेकिन कार्यकर्ताओं में व्याप्त आक्रोश की वजह से दोनों नेताओं को गणेश नाईक से चर्चा किये बगैर ही वापस लौटना पड़ा।

ठाणे लोकसभा की सीट शिवसेना के खाते में जाने एवं नरेश म्हस्के को उम्मीदवार घोषित किये जाने के बाद भाजपा नेता एवं विधायक गणेश नाईक ने आगे की चुनावी रणनीति तय करने को लेकर गुरुवार को सुबह महापे स्थित क्रिस्टल हाऊस में अपने समर्थकों की बैठक बुलाई थी। जिसमें पार्टी पदाधिकारी एवं पूर्व नगरसेवक बड़ी संख्या में उपस्थित थे। बैठक में नाईक ने कहा कि नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए सभी को काम करने की जरुरत है। लेकिन समर्थकों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि नाईक परिवार को मात देने के लिए नरेश म्हस्के को टिकट दिया गया है।

बैठक के दौरान ही नरेश म्हस्के एवं विधायक प्रताप सरनाईक क्रिस्टल हाऊस पहुंचे जहां उन्हें कार्यकर्ताओं की नाराजगी का सामना करना पड़ा। कार्यकर्ताओं की नाराजगी को देखते हुए गणेश नाईक ने दोनों नेताओं को एंटीचेंबर में बिठाया। लेकिन कार्यकर्ता संजीव नाईक के समर्थन में नारे बाजी करते रहे। कुछ देर बाद म्हस्के एवं सरनाईक गणेश नाईक से चर्चा किये बगैर ही वापस हो गए।

भाजपा ने एक माह पहले ही ठाणे लोकसभा सीट पर दावा करते हुए पूर्व सांसद डॉ.संजीव नाईक को प्रचार कार्य में जुट जाने के लिए कहा था। नाईक ने मीरा भायंदर , ठाणे एवं नवी मुंबई में प्रचार शुरू किया था लेकिन नामांकन के एन मौके पर नरेश म्हस्के को उम्मीदवार घोषित किया गया। जिससे नाईक समर्थकों को जोरदार झटका लगा है। नवी मुंबई एवं मीरा-भायंदर के लगभग 400 भाजपा पदाधिकारियों ने इस्तीफ़ा देने की तैयारी की है।

भाजपा पदाधिकारी मुंबई में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सुपूर्द करेंगे। भाजपा की नाराजगी से शिवसेना में बेचैनी बढ़ गयी है। आगरी समाज में मजबूत पैठ रखने वाले नवी मुंबई के कद्दावर नेता गणेश नाइक परिवार की नाराजगी से म्हस्के का चुनाव जीतना मुश्किल हो जाएगा।

नरेश म्हस्के ने कहा, स्वाभाविक है भाजपा कार्यकर्ता सजीव नाईक की उम्मीदवारी चाहते थे। अपने नेता को टिकट नहीं मिलने से कार्यकर्ताओं को अच्छा नहीं लगा। परंतु महायुति में सब कुछ जल्द ठीक हो जाएगा। सभी लोग युति धर्म का पालन करते हुए एकजुट होकर काम करेंगे।