देशद्रोह का मामला दर्ज कर कंगना को तुरंत गिरफ्तार करें और पद्मश्री वापस लें, एनसीपी ने पुलिस से की मांग

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    कल्याण : कंगना रनौत (Kangana Ranaut) एक कलाकार (Artist) है। उन्होंने देश भक्ति (Patriotism) देश की आजादी पर गंदा बयान देकर स्वतंत्रता सेनानी (Freedom Fighter) देशभक्तों का अपमान किया हैं, ऐसा आरोप लगाते हुए कल्याण में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने देश भक्तों के खिलाफ बयान देने वाली फिल्म अभिनेत्री कंगना के खिलाफ देशद्रोह के तहत मामला दर्ज कर तत्काल गिरफ्तार करने और उन्हें दिए गए पद्मश्री पुरस्कार को वापस लेने की मांग की है।

    कल्याण जिला राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष जगन्नाथ शिंदे और कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. वंडारसेठ पाटिल के मार्गदर्शन में प्रदेश सचिव नोवेल साल्वे और उपाध्यक्ष वल्ली राजन, वरिष्ठ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता विजय चव्हाण के एक प्रतिनिधिमंडल ने महात्मा फुले चौक थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक कल्याणजी घेटे को इस संबंध में एक ज्ञापन दिया। इस अवसर पर जिला सचिव संतोष पाटिल, विजय चव्हाण, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी युवा कांग्रेस विधानसभा अध्यक्ष योगेश माली, विधानसभा के कार्यकारी अध्यक्ष उदय जाधव, भगवान साठे, हारून शेख, मधुकर व्हालेकर, कल्याण (पश्चिम) विधानसभा अध्यक्ष प्रकाश हरड़ सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

    पद्मश्री पुरस्कार का भी अपमान किया गया है

    अभिनेत्री कंगना रनौत ने 1947 में देश को मिली आजादी का अपमान करते हुए “भीख मांगने से मिली आजादी”  की उपमा देने के तरीके से किया है।  भगत सिंह, राजगुरु, सुखदेव, रानी लक्ष्मीबाई, वासुदेव बलवंत फड़के, चाफेकर बंधु जैसे कई स्वतंत्रता सेनानियों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।  कंगना रनौत ने अपने वाक्पटु बयान से इन सभी शहीदों का अपमान किया है।  इससे देश के 132 करोड़ लोगों के साथ-साथ देश के सभी लोगों की भावनाएं आहत हुई है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष वल्ली राजन ने कहा कि पद्मश्री पुरस्कार का भी अपमान किया गया है।

    भविष्य में कोई फिर से ऐसा बेतुका बयान न दे

    अभिनेत्री कंगना रनौत पर देशद्रोह का आरोप लगाया जाना चाहिए और अभिनेत्री कंगना रनौत को दिया जाने वाला देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान वापस लेना चाहिए।  केंद्र की भाजपा सरकार को इसे तुरंत वापस लेना चाहिए। अभिनेत्री कंगना रनौत को तुरंत  पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाना चाहिए और लाखों भारतीयों को राहत दी जानी चाहिए।  ताकि भविष्य में कोई फिर से ऐसा बेतुका बयान न दे।