एक बार फिर आमने-सामने शिंदे और ठाकरे गुट, जानें क्या है मामला

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    ठाणे : दशहरा रैली (Dussehra Rally) के लिए शिवतिर्थ को लेकर शिंदे (Shinde) और ठाकरे गुट (Thackeray Faction) में हुए घमासान के बाद अब एक बार फिर कार्यक्रम के आयोजन को लेकर ठाकरे और शिंदे गुट आमने-सामने आ गए है। दरअसल, ठाणे में दिवाली पहाट कार्यक्रम (Diwali Paat Program) के लिए अब बालासाहेब की शिवसेना और उद्धव बालासाहेब ठाकरे के शिवसेना के बीच फिर शीत युद्ध छिड़ गया है। 

    ठाणे के मासून्दा तालाब पर डॉ. मुस रोड पर राजावत ज्वेलर्स के सामने ठाकरे गुट के राजन विचारे की तरफ से आनंद चेरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से दिवाली पहाट के कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। लेकिन अब इसी जगह पर शिंदे गुट ने भी दवा करते हुए महानगरपालिका प्रशासन और पुलिस विभाग के पास अनुमति के लिए आवेदन किया है। जिसके कारण अब इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर सवाल खड़ा होने लगा है। 

    दोनों गुटों ने किया दावा 

    शिंदे गुट का कहना है कि पिछले 10 वर्षों से युवा सेना के पदाधिकारी नितीन लांडगे के माध्यम से युवा सेना की तरफ से पत्र दिया जाता रहा है और कार्यक्रम का आयोजन किया जाता रहा है अब नितीन लांडगे शिंदे गुट में शामिल हो गए है। लांडगे ने इस बार भी युवा सेना के पत्र पर 19 सितंबर को महानगरपालिका और पुलिस के पास पत्र देकर अनुमति की मांग की है। साथ ही लांडगे ने इसके आलावा चिंतामणी चौक की जगह को भी पर्याय के रूप में माँगा है। जबकि दूसरी तरफ ठाकरे गुट के सांसद राजन विचारे ने दावा किया है कि उनकी आनंद चैरिटेबल संस्था के माध्यम से पिछले 10 वर्षों से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते रक्तदान और स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया था। अब संक्रमण खत्म हो चुका है।  इसलिए संस्था की तरफ से फिर से दिवाली पहाट का आयोजन किया गया है। इसके लिए महानगरपालिका और अग्निशमन विभाग की तरफ से अनुमति भी मिली है। साथ ही विचारे ने शिंदे गुट पर महानगरपालिका अधिकारियों पर दबाव डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि शिंदे गुट ने जो आवेदन दिया है वह अभी हाल में दिया और उस पर पीछे की तारीख डाली गई है। जबकि शिंदे गुट का कहना है कि उन्होंने डॉ. मुस रोड पर नहीं बल्कि गडकरी रंगायतन के पास कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मांगी है। 

    “हम पिछले 12 सालों से संस्था के माध्यम से डॉ. मुस रोड पर दिवाली पहाट का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस बारे के आयोजन लिए हमारी संस्था को महानगरपालिका प्रशासन और अग्निशमन विभाग ने अनुमति भी दिया है। अब शिंदे गुट ने इस जगह की मांग की है। इस प्रकार शिंदे सरकार एक तरफ हिन्दू त्योहारों को उत्साह के साथ मनाने और पाबंदियों को हटाने का श्रेय ले रही है। वहीं दिवाली जैसे हिन्दू त्यौहार के आयोजन पर रोड़ा डालने का काम कर रही है।”- (राजन विचारे, सांसद, ठाणे)। 

    “युवा सेना के माध्यम से पिछले 10 वर्षों से मैं पत्र व्यवहार करता आ रहा हूँ और अब इस बार दिवाली पहाट के कार्यक्रम को लेकर एक महीने पहले महानगरपालिका के पास आवेदन किया है। महानगरपालिका और पुलिस विभाग ने उन्हें नियमानुसार अनुमति दी है। ठाकरे गुट द्वारा किया जा रहा आरोप निराधार है।”- (नितीन लांडगे, विस्तारक, युवासेना, शिंदे गुट)।