Give financial assistance to pavilion businessmen, young Sene gave memorandum to CM

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    ठाणे : शिवसेना (Shiv Sena) में बगावत के बाद पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) अब फूँक-फूँक कर कदम रखते दिखाई दे रहे है। अब उन्होंने जिले की जिम्मेदारी एक ही व्यक्ति को सौंपने की गलती को दोहराने से बचने के लिए अब जिला प्रमुखों (District Heads) की संख्या बढ़ा दिया है। जिले में कुल 18 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चार जिला प्रमुखों की जगह पर छह जिला प्रमुखों को नियुक्त करने का निर्णय लिया है। जिसके अनुसार अब एक जिला प्रमुख पर तीन विधानसभा क्षेत्रों के जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। जिसकी शुरुआत कल्याण से की गई है। यहाँ पहले गोपाल लांडगे जिला प्रमुख थे और इनके पास छह विधानसभाओं का जिम्मेदारी था। लेकिन इनके शिंदे गुट में जाने के बाद शिवसेना शीर्ष नेतृत्व ने कल्याण में दो जिला प्रमुखों की क्रमशः सदानंद थरवल और चंद्रकांत बोडारे नया जिला प्रमुख बनाया है। 

    शिवसेना में बगावत के बाद सत्ता संघर्ष के बीच अब शिवसेना का विवाद कोर्ट तक पहुंच गया है। ठाकरे और शिंदे समूह अपनी ताकत दिखा रहे हैं ताकि उनके पास चुनाव चिन्ह धनुष-बाण आ जाएं। शिंदे समूह को विधायकों, सांसदों, नगरसेवकों, पूर्व नगरसेवकों का समर्थन हासिल करने में सफलता मिल रही है। साथ ही मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने गुट की नई कार्यकारिणी का गठन भी कर दिया है। 

    शिंदे कई वर्षों तक ठाणे के जिला संपर्क प्रमुख थे 

    ऐसे में अब शिवसेना ठाकरे गुट भी सतर्क हो गया है और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राज्य में पार्टी को मजबूत करने के लिए रणनीति बनाने की शुरुआत कर दी है। इससे पहले शिवसेना में जिला प्रमुख, जिला संपर्क प्रमुख, उपजिला प्रमुख जैसे पद थे। पूरे जिले का प्रशासन जिला प्रमुख को सौंपा गया था। पार्टी गठन से लेकर चुनाव तक सारी जिम्मेदारी जिला अध्यक्ष को सौंपी गई। शिवसेना जिला अध्यक्ष आनंद दिघे के निधन के बाद जिले की जिम्मेदारी एकनाथ शिंदे को सौंपी गई। शिंदे कई वर्षों तक ठाणे के जिला संपर्क प्रमुख रहे। उसके बाद पूर्व महापौर नरेश मस्के को ठाणे जिला प्रमुख नियुक्त किया गया। लेकिन म्हस्के ने पार्टी को राम राम कहकर शिंदे गुट में चले गए और अब वे शिंदे गुट वाली शिवसेना के जिला प्रमुख है। 

    ऐसे शिवसेना में दो फाड़ होने और जिले के बड़े पदाधिकारियों द्वारा शिंदे गुट का दमन थामने के बाद शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसेना का पुनर्निर्माण करते हुए जिला प्रमुख के पद और उनकी जिम्मेदारियों का विभाजन कर दिया है। अब एक जिला प्रमुख के अधिकार क्षेत्र में छह विधानसभा क्षेत्र के बजाय तीन विधानसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी जा रही है। 

    कल्याण में दो जिला प्रमुखों की नियुक्ति

    जिले में शिवसेना की संरचना में ठाणे, नवी मुंबई, कल्याण और ग्रामीण जिला प्रमुख थे। अब नए ढांचे के अनुसार, ठाणे, कोपरी पांचपखाड़ी, ओवाला-माजीवाड़ा के तीन विधानसभा क्षेत्रों में एक जिला प्रमुख होगा। इसमें मीरा-भायंदर क्षेत्र भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि, नवी मुंबई जिला प्रमुख के अधिकार क्षेत्र में दो ही विधानसभा क्षेत्र है और दोनों जिला प्रमुख ठाकरे खेमें के है। इसलिए यहाँ पर किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। जबकि कल्याण जिला प्रमुख पद वृद्धि करते हुए दो जिला प्रमुख बनाया गया है। जिसमें रायगढ़ जिला संपर्क प्रमुख सदानंद थरवल को कल्याण ग्रामीण, डोंबिवली, कलवा-मुंब्रा विधानसभा क्षेत्र का जिला प्रमुख नियुक्त किया गया है। जबकि कल्याण उपजिला प्रमुख चंद्रकांत बोडारे को अंबरनाथ, उल्हासनगर, कल्याण पूर्व का जिला प्रमुख के पद पर पदोन्नत किया गया है। इसी तरह भिवंडी कल्याण पश्चिम और मुरबाड विधानसभा क्षेत्रों के लिए एक अलग जिला प्रमुख होगा। भिवंडी ग्रामीण और शेष क्षेत्र के लिए जिला प्रमुख की नियुक्ति होने की संभावना है।