कल्याण : शिवसेना (Shivsena) चल रही वर्चश्व की लड़ाई के चलते अब शिवसेना की शाखाओं (Branches) पर भी कब्जा (Possession) करने का दौर शुरू हो गया है, हालांकि अभी ठाकरे (Thackeray) और शिंदे (Shinde) दोनों ही गुट अपने को असली शिवसेना बता रहे है और सीएम शिंदे के सांसद बेटे अपने लोकसभा क्षेत्र में शिवसेना के पूर्व पार्षद (Former Councilor) और पदाधिकारियों (Office Bearers) से मिलने और अपने पक्ष में करने के लिए दौरा कर रहे है। लेकिन कल्याण डोंबिवली क्षेत्र में अभी शिवसेना की प्रमुख शाखाओं पर ठाकरे की सेना का ही कब्जा हैं।
कल्याण डोंबिवली के दौरे पर आए सीएम एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे ने कल्याण पूर्व की मध्यवर्ती शाखा में जाकर प्रमुख पदादिकरियों से मुलाकात की इस अवसर पर कई शिवसैनिक और पदाधिकारी ऐसे भी थे। जो एक दिन पूर्व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात करके आए थे और उनके साथ ही रहने का वादा किया था, उनमें पूर्व महापौर रमेश जाधव, पूर्व नगरसेवक हर्षवर्धन पलांडे के साथ अन्य कई लोग शामिल थे। डोंबिवली में स्थित शिवसेना की मध्यवर्ती शाखा में से कुछ महिला पदाधिकारियों ने विरोध करते हुए सीएम एकनाथ शिंदे और सांसद श्रीकांत शिंदे का फोटो हटा दिया था उसके बाद वहां शिंदे समर्थकों ने फिर फोटो लगा दिया क्यों कि कल्याण डोंबिवली महानगरपालिका में अधिकतर पूर्व पार्षद और शिवसेना पदाधिकारी शिंदे गुट के साथ हैं। जिसके जिस शाखा में सांसद शिंदे जाते है। तो शिवसैनिक जमा हो जाते है।
एकनाथ शिंदे किसी भी शाखा में जा सकते हैं
लेकिन अभी कल्याण पषिमं पश्चिम, कल्याण पूर्व और डोंबिवली में स्थित मध्यवर्ती शिवसेना शाखाओं में ठाकरे की शिवसेना का की कब्जा है, शिवसेना के कल्याण विधानसभा अध्यक्ष पूर्व नगरसेवक अरविंद मोरे ने कहा कि सभी शाखाओं पर ठाकरे की शिवसेना कही कब्जा है और रहेगा, अभी शिंदे भी खुद को शिवसेना से अपने को अलग नही बताते और कहते हैं कि हम बाला साहेब ठाकरे की शिवसेना में ही हैं। इस लिए किसी भी शाखा में जा सकते हैं, वहीं कल्याण ग्रामीण से शिवसेना की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके पूर्व स्थायी समिति सभापति रमेश महात्रे सीएम शिंदे से मिलकर आये थे। उन्होंने कहा कि शाखा पर शिवसेना का ही कब्जा हैं। हम ईश्वर से प्रार्थना कर रहे है कि फिर सब एक हो जाएं।