सप्ताह में कई बार रंग बदलता है वालधुनी नदी का पानी, जाने क्या है कारण

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    उल्हासनगर : अंबरनाथ (Ambernath) के ग्रामीण हल्के से शहरी क्षेत्र से होकर उल्हासनगर रेलवे स्टेशन के समीप से गुजरने वाली वालधुनी नदी (Waldhuni River) को स्वच्छ (Clean) और प्रदूषण (Pollution) मुक्त बनाने के प्रयास शुरू है। लेकिन नदी के आसपास के छोटे कल कारखानों के कारण नदी का पानी खराब होता ही रहता है। 

    अंबरनाथ स्थित कुछ केमिकल कंपनियों से छोड़े जाने वाले रसायन मिश्रित पानी के कारण नदी का पानी सप्ताह में कई रंग बदलता है। इसी क्रम में रविवार को नदी से जो पानी बह रहा था उसका रंग जामुनी (पर्पल) था। उल्हासनगर स्टेशन के पास गौशाला पूल से बहती वालधुनी नदी कभी लाल रंग की बन जाती है। कभी पीले, कभी ऑरेंज, कभी नीली, कभी हरी, कभी काली रंग में बहती है। लेकिन रविवार को वालधुनी नदी पर्पल रंग में बह रही थी।  

    वालधुनी नदी के संवर्धन के लिए काम करने वाले एनजीओ वालधुनी नदी बिरादरी से जुड़े हरी चावला ने ही ऊक्त फोटो उपलब्ध कराए है, उन्होंने कहा कि हमने इसकी की शिकायत राज्य प्रदूषण मंडल के क्षेत्रीय कार्यालय से की है और इसी तरह इसका स्थायी समाधान करने को लेकर भी महकमे से पत्र-व्यवहार किया है।