आज है राजमाता जीजाबाई की जयंती, जिन्होंने शिवाजी महाराज को दिखाई जीवन की डगर

    Loading

    -सीमा कुमारी

    हर साल 12 जनवरी को मराठा सम्राट छत्रपति शिवाजी महाराज की माता जीजाबाई का जन्म दिवस मनाया जाता है। जीजाबाई को मराठा साम्राज्य की राजमाता तथा  ‘जीजाऊ’ भी कहा जाता है। क्योंकि, उन्होंने ही मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज को जन्म दिया था।

    वीर माता जीजाबाई छत्रपति शिवाजी की माता होने के साथ-साथ उनकी मित्र, मार्गदर्शक और प्रेरणास्त्रोत भी थीं। उनका सारा जीवन साहस और त्याग से भरा हुआ था। उन्होंने जीवन भर कठिनाइयों और विपरीत परिस्थितियों को झेलते हुए भी धैर्य नहीं खोया और अपने ‘पुत्र ‘शिवा’ को वे संस्कार दिए, जिनके कारण वह आगे चलकर हिंदू समाज का संरक्षक ‘छात्रपति शिवाजी महाराज’ बना।

    जीजाबाई यादव उच्चकुल में उत्पन्न असाधारण प्रतिभाशाली थी। जीजाबाई यादव वंश की थी और उनके पिता एक शक्तिशाली सामन्त थे। शिवाजी महाराज के चरित्र पर माता-पिता का बहुत प्रभाव पड़ा। बचपन से ही वे उस युग के वातावरण और घटनाओं को भली प्रकार समझने लगे थे। आइए जानें जीजाबाई शहाजी भोसले का इतिहास –

    भारतीय इतिहास में जीजाबाई शहाजी भोसले को उनकी बहादुरी और चपलता के लिए जाना जाता है। उन्होंने बहुत ही बहादुरी से छत्रपति शिवाजी महाराज की परवरिश की। प्यार से उन्हें राजमाता, जीजाऊ या जीजाबाई कहा जाता है। उनकी जयंती हर साल ‘राजमाता जीजाऊ जयंती’ के रूप में मनाई जाती है। 

    राजमाता जीजाबाई का जन्म 12 जनवरी, 1598 को हुआ था और यही कारण है कि, ‘राजमाता जीजाबाई जयंती’ हर साल इस दिन मनाई जाती है। मराठा साम्राज्य की संस्थापक राजमाता जीजाबाई की याद में ‘जीजाऊ जयंती’ का उत्सव महाराष्ट्र में विशेष रूप से औरंगाबाद, पुणे, आदि शहरों में विशेष रूप से लोकप्रिय है।