Vijay Shivtare
विजय शिवातारे

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  • अजित गुट की शिंदे सेना को चेतावनी

नवभारत न्यूज नेटवर्क

मुंबई: पवार परिवार का गढ़ मानी जानेवाली बारामती (Baramati) में महाराष्ट्र के दो दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। बारामती शरद पवार की है या अजित पवार की, इस पर पूरे महाराष्ट्र की नजर लगी है। इसी बीच शिवसेना (शिंदे गुट) के नेता व पूर्व विधायक विजय शिवतारे (Vijay Shivtare) ने बारामती से लोकसभा (Lok Sabha) चुनाव लड़ने की घोषणा करके अजित का टेंशन बढ़ा दिया है। शिवतारे की घोषणा से सकते में आए अजित गुट ने सीएम शिंदे को यह अल्टीमेटम दे दिया है कि वे या तो शिवतारे को संभाले अन्यथा हम हम कल्याण में खुराफात करने को मजबूर हो जाएंगे। 
    
बारामती से चुनाव लड़ने का एलान (Vijay Shivtare on Baramati) 
राकां (शरद पवार गुट) के प्रमुख शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार की प्रतिष्ठा अब उनके अपने ही घर बारामती में दांव पर लगी है। शरद पवार का साथ छोड़ चुके राकां (अजित गुट) के प्रमुख अजित पवार अब अपनी पत्नी सुनेत्रा पवार को बारामती से शरद पवार की पुत्री सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव लड़ाने की तैयारी कर रहे हैं। इसी बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना के नेता और पूर्व विधायक विजय शिवतारे ने घोषणा की है कि वह राकां (अजित गुट) को चुनौती देते हुए बारामती लोकसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। 
 
 
इस वजह से अजित गुट और शिंदे गुट नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। अजित गुट के प्रवक्ता आनंद परांजपे ने सीधे तौर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को धमकी दी है कि वे या तो शिवतारे को कंट्रोल करें, अन्यथा हम कल्याण में सीएम पुत्र व शिंदे गुट के सांसद श्रीकांत शिंदे के खिलाफ खुराफात करेंगे। परांजपे ने शिंदे गुट को चेताते हुए कह दिया है कि श्रीकांत के लिए इस बार कल्याण लोकसभा चुनाव जीतना आसान है, ये सीएम शिंदे और उनके करीबी लोगों को याद रखना चाहिए। वे महायुति में अच्छा माहौल बनाए रखना चाहते हैं, तो उन्हें अपने बड़बोले नेताओं पर लगाम लगानी चाहिए।”

शिवतारे हद में रहें
संजय शिरसाट, विधायक- शिवसेना (शिंदे गुट) ने कहा, हम विजय शिवतारे को वर्षा बंगले पर बुलाएंगे और उन्हें समझाएंगे. अजित दादा एक बड़े नेता हैं। शिवतारे को अजित दादा की बराबरी नहीं करनी चाहिए। उन्हें अपनी हद में रहना चाहिए। कल उन्हें वर्ष पर बुलाया जाएगा और समझ दी जाएगी। 

अजित पवार ने दी सलाह 
अजित पवार ने इस मामले पर कहा, महायुति में शामिल तीन मुख्य पार्टियों सहित सभी घटक दलों के नेताओं कार्यकर्ताओं और नेताओं को ऐसे बयान से देने से बचना चाहिए, जिससे राजनीतिक माहौल खराब हो।