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    वर्धा. राज्य सरकार की ओर से प्रतिवर्ष बड़े पैमाने पर पौधारोपण मुहिम चलायी जाती है़ इसके लिए वनविभाग, सामाजिक वनीकरण सहित विभिन्न सरकारी दफ्तर, निजी संस्थाओं का समावेश रहता है़ वनविभाग के अंतर्गत किये गए पौधारोपण में बड़ी संख्या में पौधों को जीवित रखने में विभाग को सफलता मिली है. वर्ष 2020-21 व 2021-22 में लगाए गए पौधों में से 2 लाख के करीब पौधे जिंदा होने का दावा वनविभाग ने किया है़ आगामी वर्ष में भी बारिश के दिनों में बड़े पैमाने पर पौधारोपण मुहिम चलायी जाएगी.

    बता दें कि, बीते कुछ वर्षों में सर्वत्र युद्धस्तर पर विकास कार्य किये जा रहे है़ं इसमें राष्ट्रीय महामार्गों का निर्माण का भी समावेश है़ परंतु इन कामों के दौरान बड़ी संख्या में वृक्षों की कटाई हो रही है़ इससे वनसंपदा खतरे में आ रही है.  

    बिगड़ रहा प्रकृति का संतुलन

    पुराने व विशालकाय पेड़ों की कटाई के कारण प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है़ इसका असर पर्यावरण के साथ-साथ जनस्वास्थ्य पर भी हो रहा है़  इन सभी बातों को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने 50 करोड़ पौधारोपण मुहिम चलायी है़ इसके तहत प्रतिवर्ष सभी जिलों का लक्ष्य तय किया जाता है़ वर्धा जिले में भी हर साल लाखों पौधे लगाये जाते है़ं इसमें सर्वाधिक लक्ष्य सामाजिक वनीकरण को दिया जाता है.  

    पौधों की देखरेख एक बड़ी समस्या

    वनविभाग को भी पौधारोपण का लक्ष्य तय किया जाता है़ इस पौधारोपण मुहिम में सभी सरकारी, निम सरकारी कार्यालय, पंस व ग्रापं स्तर पर पौधारोपण होता है़ अनेक सामाजिक संगठन व संस्थाएं भी शामिल होती है़ं बड़े पैमाने पर पौधारोपण तो किया जाता है, परंतु लगाये गए पौधों का संवर्धन नहीं हो पाता़ इससे अधिकांश पौधे मुरझा जाते है़ं पौधों के संवर्धन की ओर भी गंभीरता से ध्यान देना जरूरी है.  

    2 वर्षों में लगाए लाखों पौधे

    वर्धा वनविभाग के अंतर्गत आनेवाले 8 वनपरिक्षेत्र में गत दो वर्षों में किये गए लाखों पौधे लगाये गए़  इसमें वर्ष 2020-21 में 112 हेक्टेयर क्षेत्र में करीब 1 लाख 21 हजार 499 पौधे लगाये गए़ इनमें से करीब 1 लाख 9 हजार 258 पौधे जीवित बताये गए़  इसका प्रतिशत 89.93 दर्ज किया गया़  वहीं 2021-22 में 89 हेक्टेयर क्षेत्र में करीब 92 हजार 4 पौधे लगाये गए़  इनमें से 90 हजार 720 पौधे जीवित हैं. इसका प्रतिशत 98.60 दर्ज किया गया़  गत दो वर्षों में 95 प्रतिशत पौधे जीवित रखने का दावा वनविभाग ने किया है. 

    पौधों के संवर्धन पर जोर

    पौधारोपण मुहिम के बाद लगाये गए पौधों के संवर्धन पर वनविभाग द्वारा विशेष ध्यान दिये जाने की जानकारी है़  फलस्वरूप गत दो वर्षों में पौधों को जीवित रखने का प्रतिशत अधिक बताया गया़ उपवनसंरक्षक राकेश सेपट, सहा़ उपवनसंरक्षक ए़ एम़ पवार, गजानन बोबडे, स्वामी के मार्गदर्शन में पौधों के संवर्धन की ओर ध्यान दिया जा रहा है.