बाघ की गतिविधियों पर पैनी नजर, 50 वनकर्मियों का दल क्षेत्र में तैनात

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    वर्धा. बांगडापुर जंगल क्षेत्र में लगातार बाघ के हमले बढ़ने से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है़ इसे ध्यान में रखते हुए वनविभाग अलर्ट हो गया है़ जरूरी उपाययोजना के साथ बाघ की हर गतिविधियों पर ध्यान रखा जा रहा है़ वरिष्ठों के मार्गदर्शन में करीब 50 कर्मियों का दल यहां तैनात किया गया है़ ग्रामीणों को सतर्क रहने का आह्वान किया गया है.

    बता दें कि, बांगडापुर में चरवाहा का शिकार के बाद दूसरे दिन बाघ ने बैल को अपना निवाला बनाया़ इस घटना से संतप्त ग्रामीणों ने रास्ता रोको आंदोलन किया था़ साथ ही परिसर में पिंजरा लगाकर बाघ का बंदोबस्त करने की मांग की़ स्थिति को भापते हुए वनाधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को आश्वस्त किया़ वनविभाग ने परिसर में उपाययोजना शुरू कर दी है़ क्षेत्र के 6 गांवों में टीमें तैनात की गई है़ं प्रत्येक गांव से 5-5 लोगों को साथ लेकर वनकर्मी पेट्रोलिंग कर रहे है़.

    30 ट्रैप कैमरे लगाए

    परिसर में करिब 30 ट्रैप कैमेरे लगाये गये है़ं इससे बाघ की हर एक गतिविधियों पर ध्यान रखा जा रहा है़ ग्रामीणों को उचित मार्गदर्शन मिल रहा है़ नागपुर से पहुंचे कुछ विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है़ डीएफओ राकेश सेपट के मार्गदर्शन में आईएफएस बी़ एन. स्वामी, क्षेत्र के वन परिक्षेत्र अधिकारी के निर्देश पर करीब 50 कर्मियों का स्टाफ क्षेत्र में नजरे गड़ाये हुए है़ वनविभाग ने बाघ का बंदोबस्त करने के उद्देश्य से पिंजरा लाकर रखा है़ परंतु इसके लगाने के लिये वरिष्ठों से अनुमति मांगी गई है़ दो-तीन दिन में अनुमति प्राप्त होते ही आगे की प्रक्रिया चलायी जाएगी, ऐसी संभावना है.