गर्भपात मामला: कदम अस्पताल के कागजात खंगाले, अतिरिक्त स्वास्थ्य संचालक ने लिया ब्यौरा

    Loading

    वर्धा/आर्वी. अल्पवयीन गर्भपात प्रकरण में शुक्रवार को पीसीपीएनडीटी सदस्य  तथा  स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त  संचालक डा. अर्चना पाटील ने कदम अस्पताल की निरीक्षण करने के साथ प्रकरण से संबंधित कागजात खंगालकर जानकारी ली. आर्वी के कदम अस्पताल में अल्पवयीन का गर्भपात किया गया था. इस मामले की पुलिस शिकायत होने के बाद चिकित्सा जगत में खलबली मच गई है. पुलिस जांच के दौरान कई रहस्यमय सामने आये.

    आर्वी पुलिस डा. कदम दम्पति समेत दो परिचारिका व नाबालिग लड़के व उसके पिता के खिलाफ मामला दर्ज किया था. प्रकरण में पुलिस के साथ ही वनविभाग व स्वास्थ्य विभाग की जांच चल रही है. शुक्रवार को अर्चना पाटील ने कदम अस्पताल का दौरा कर सभी पहलुओं का निरीक्षण किया. अस्पताल की जांच पड़ताल की. तत्पश्चात डा. पाटील ने उपजिला अस्पताल के स्वास्थ्य अधीक्षक मोहन सुटे के साथ बैठक लेकर प्रकरण की जानकारी ली. करीब डेढ़ घंटे डा. पाटील ने बैठक ली.

    आरोपी को बाल सुधारगृह भेजा

    उक्त मामले में गिरफ्तार नाबालिग आरोपी को गुरुवार को बाल सुधारगृह में भेजा गया है. अन्य पांच आरोपी पुलिस की गिरफ्त में है.

    डा. कदम की जमानत अर्जी ठुकराई

    कदम दम्पति व्दारा जमानत के लिए वर्धा न्यायालय में अर्जी की गई थी. परंतु प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए न्यायाधीश ने उनकी जमानत अर्जी ठुकरा दी है. जिससे कदम दम्पति को और कुछ दिन जेल में रहना होगा. वहीं इस प्रकरण पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की जांच चल रही है.

    सोनोग्राफी व गर्भपात केंद्रों की होगी जांच

    गर्भपात प्रकरण सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की नींद खुली है. स्वास्थ्य विभाग ने सोनोग्राफी व गर्भपात केंद्र की 28 फरवरी तक जांच करने के आदेश दिए हैं. जिला शल्य चिकित्सक व जिप के स्वास्थ्य विभाग व्दारा जांच की जाएगी.