Crop Loan

  • 9971 किसान लाभान्वित

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वर्धा. मानसून ने केरल तक दस्तक दे दी है. आनेवाले पखवाड़े के भीतर मानसून जिले की दहलीज तक पहुंच जायेगा. ऐसे में बैंकों व्दारा किसानों को कर्ज वितरण तेजी से देना आवश्यक होने के बावजूद कर्ज वितरण कछुआ गति से चल रहा है. परिणामवश बुआई के सीजन में किसानों को बैंकों के चक्कर काटने की नौबत आ सकती है. वर्तमान में जिले में केवल 15 प्रश कर्ज वितरण होने की जानकारी है.

मानसून पर टिकी है किसानों की निगाहें

प्रति वर्ष किसान पुराने दर्द भूलकर नये सपनों के साथ पुन: खेती से सपने संजोगकर बैठकर रहता है. मई माह से ही उसके निगाहे मौसम विभाग की भविष्य वाणी की और लगी रहती है. इस वर्ष मानसून समय के पुर्व देश में पहुंचा है. जिले में भी मानसून जल्द दस्तक देने की संभावना है. ऐसे में कृषि कर्ज उसके लिये बड़ा सहारा होता है. बीते कुछ वर्षों में खेती पर लागत खर्च निरंतर बढ़ते ही जा रहा है़  बीज खाद, दवा, मजदूरी तथा अन्य खेती उपयोगी सामगी के दाम दिनोंदिन बढ़ते जा रहे है़.

वहीं प्राकृतिक आपदा व अन्य समस्याओं के चलते प्रति वर्ष किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है़ इससे किसानों को बैंक कर्ज की आवश्यकता रहती है़  परिणामश ज्यादा से ज्यादा किसानों को कर्ज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से बीते वर्ष की तुलना में इस वर्ष कर्ज वितरण में 30 प्रश की बढ़ोत्तरी की गई है. 

4.37 लाख हेक्टेयर बुआई क्षेत्र

कृषि विभाग ने वर्ष 2022-23 के लिए खरीफ मौसम का नियोजन निर्धारित किया है़ इस बार 4 लाख 37 हजार 221 हेक्टेयर क्षेत्र में बुआई की संभावना है़  इसमें कपास, सोयाबीन, ज्वार फसल का नियोजन है़ गत वर्ष 4 लाख 30 हजार 50 हे़ में बुआई का नियोजन था़ इसकी तुलना में इस बार 7 हजार 171 हेक्टेयर से बुआई क्षेत्र बढ़ा है़ वर्ष 2021-22 में खरीफ व रबी मौसम में कर्ज वितरण का 54 फीसदी लक्ष्य बैंकों ने हासिल किया है़  अनेक जटील शर्तों की वजह से बड़ी संख्या में किसान कर्ज से वंचित रह रहे है़.

कर्ज पुनर्गठन में आ रही समस्या

पुराने कर्ज की राशि बैंक में भरने के बाद ही नए से कर्ज दिया जा रहा है़ ऐसे में ग्रामीणों को पुनर्गठन में विभिन्न समस्याएं आ रही है़ं साथ ही बैंक कर्मचारियों द्वारा विभिन्न कागजों की मांग की जा रही है़ जिसकी पूर्ति करने में किसानों को पसीना आ रहा है. जिससे कर्ज वितरण का लक्ष्य पूरा नहीं हो रहा है.

ये बैंक कर्ज वितरण में आगे

किसानों को कर्ज उपलब्ध कराने बैंक ऑफ इंडिया सबसे आगे है़  बैंक की ओर से 46 करोड़ 22 लाख का कर्ज वितरित किया गया है. इसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया 25 करोड़ 23 लाख 73 हजार, बैंक ऑफ महाराष्ट्र 19 करोड़ 32 लाख का कर्ज किसानों को बांटा है़ अन्य बैंकों को किसानों को ज्यादा से ज्यादा कर्ज उपलब्ध करने की सूचना जिला प्रशासन द्वारा दी गई है.