वर्धा/आष्टी. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने जनसंवाद यात्रा के शुभारंभ पर हूंकार भरते हुए कहा कि भाजपा दो धर्मों में खटास पैदा कर रही है. संघर्ष की राजनीति चल रही है. हमेशा दूसरों पर ऊंगली उठाने का काम किया जाता है. भाजपा ने कुछ सरकारें गिराई. विधायकों को खरीदा. इसके लिए रुपये कहां से आये. जीएसटी लाकर आमजनों को लूटा. किन्तु यह राशि देश की तिजोरी में जाने की बजाये अपने कुछ मुठ्ठीभर मित्रों को दे दी, क्या यह भ्रष्टाचार नहीं है.
भाजपा ने अपने भ्रष्टाचार के बारे में बोलना चाहिए़ केंद्र की तरह राज्य सरकार भी बर्ताव कर रही़ जालना की घटना को मूल मुद्दों से भटकाने के लिए अंजाम दिया गया. रविवार को सुबह 11 बजे आष्टी की शहीद भूमि से कांग्रेस की जनसंवाद पदयात्रा आरंभ हुई़ इस समय पूर्व पालकमंत्री सुनील केदार, पूर्व विधायक अमर काले, प्रदेश उपाध्यक्ष एड. चारुलता टोकस, शेखर शेंडे सहित अन्य नेता व पदाधिकारी मौजूद थे. शहीद स्थल को अभिवादन व तुकड़ोजी महाराज की प्रतिमा को माल्यार्पण किया गया.
आष्टी शहर से अंग्रेजों के शासन को हिलाया गया़ इस दौरान हुए संघर्ष में आष्टी के शहीदों ने अपना बलिदान दिया. यहीं से पदयात्रा बस स्टैंड, मुख्य मार्केट होते हुए शहीद स्मारक पर पहुंची. डा. बाबासाहब आंबेडकर व महात्मा फुले की प्रतिमा को हारार्पण शहीद स्मारक स्मृति स्तंभ पर पुष्पचक्र अर्पण किया गया. यहां से असंख्य कार्यकर्ताओं के साथ यात्रा तलेगांव की ओर रवाना हुई.
बीजेपी का असली चेहरा लोगों को बताएंगे
दोपहर को पदयात्रा एनआर जिनिंग तलेगांव-शापं के पास रुकी़ राज्य में युवाओं के हाथों में काम नहीं है़ किसान परेशान है़ मुख्यमंत्री बार बार गुजरात जाकर यहां के उद्योग वहां ले जा रहे है़ं हम जनता के बीच में जाकर भाजपा का असली चेहरा क्या हैं, यह लोगों को समझाएंगे़ हमें संविधान, देश व राज्य को बचाना है. पश्चात यहां से पदयात्रा निकलकर देर शाम आर्वी के गांधी चौराहे पर पहुंची़ जहां नेताओं ने सभा को संबोधित किया.
12 को सेवाग्राम में होगा समापन
उक्त यात्रा 4 सितंबर को आर्वी के धनोडी (बहा़) से यात्रा निकलकर रोहणा पहुंचेगी. जहां से दोपहर 5 बजे निकलकर देवली के गुंजखेड़ा पहुंचेगी. पश्चात पुलगांव, देवली, वर्धा, सेलू, सिंदी रेलवे, समुद्रपुर, हिंगनघाट, वाघोली, तरोडा, मदनी होते हुए सेवाग्राम पहुंचकर 12 को यात्रा का समापन होगा. यात्रा के दौरान हर घर एक पत्रक दिया जाएगा. प्रतिदिन पदयात्रा में सौ के करिब पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल होंगे.