वर्धा. चैत्र नवरात्रि उत्सव अप्रैल माह में मनाया जाता है और इस साल यह पर्व 2 अप्रैल को शुरू होकर 11 अप्रैल को समाप्त होगा़ हिंदुओं के सबसे शुभ व पवित्र त्योहारों में से एक है़ चैत्र नवरात्रि हिंदू महीने (चंद्र-सौर कैलेंडर) चैत्र के पहले दिन से शुरू होता है, जिससे त्योहार का नाम मिलता है.
चैत्र नवरात्रि की तैयारियां श्रध्दालुओं ने शुरू कर दी है़ जिले के दुर्गा मंदिरों में नौ दिनों तक धार्मिक अनुष्ठान व पूजापाठ होगी. चैत्र नवरात्रि उत्सव घट स्थापना से शुरू होता है और नवमी के साथ समाप्त होता है़ नौ दिवसीय चैत्र नवरात्रि व्रत नवदुर्गा नौ रूपों को समर्पित है़ इसे वसंत नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है.
9 को अष्टमी तिथि
अष्टमी तिथि 9 अप्रैल को है. नवमी 10 अप्रैल को पड़ेगी़ चैत्र नवरात्रि का सबसे शुभ मुहूर्त 2 अप्रैल की सुबह 6.22 बजे से 8.31 बजे तक है़ घट स्थापना का अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.08 बजे से दोपहर 12.57 बजे तक होगा़ इस दिन, देवी दुर्गा की पूजा की जाएगी. दुर्गा मंदिरों में विविध धार्मिक कार्यक्रम होंगे.
शहर के शास्त्री चौक व वंजारी चौक स्थित दुर्गा, इतवारा बाजार स्थित शीतला माता मंदिर, मालगुजारीपुरा दुर्गा मंदिर, धंतोली अष्टभुजा मंदिर, रामनगर स्थित भवानी मंदिर सहित जिले के महाकाली तीर्थक्षेत्र व बोपापुर में भी चैत्र नवरात्रि उत्सव मनाया जाएगा.