रेलवे आवास को लेकर दिया धरना, आवासों के नाम पर नहीं किया जा रहा हस्तांतरण, मजदूर संघ आक्रामक

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    वर्धा. रेलवे के कर्मचारियों को आवास उपलब्ध नहीं होने के कारण तथा आवास की समस्यों को लेकर गुरुवार को सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के वर्धा एवं पुलगांव शाखा ने वर्धा स्थित एडीईएन कार्यालय के समक्ष धरना दिया. सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ के वर्धा व पुलगांव शाखा की और दिए गए ज्ञापन में कहा गया है कि आवासों की मांग अधिक है, जिससे प्रतीक्षा बढ़ गई है. लेकिन आवास उपलब्ध नहीं है. मरम्मत के नाम पर आवासों का हस्तांतरण कर्मचारियों को नहीं किया जा रहा है. आवासों की छतें कमजोर हो गई हैं. जिससे पानी लीकेज होता है.

    रेल कॉलोनियों में स्थित पानी की टंकी रिसने से आवासों में पानी की समस्या बनी हुई है. आवासों की फ्लोरिंग भी टूटने के कारण मरम्मत होना जरूरी है. कॉलोनियों की नालियां टूट फूटकर गंदा पानी इधर-उधर फैलने से स्वास्थ्य पर असर हो रहा है. कॉलोनियों की बाउंड्री वॉल टूट गई है़  परंतु मरम्मत नहीं की जा रही है. परिणामवश कॉलोनी में असामाजिक तत्वों का मुक्त संचार होता है.

    आश्वासनों की नहीं हो रही पूर्तता

    प्रशासन द्वारा संघ प्रतिनिधियों के साथ सीआईजी मीटिंग के अनुरूप रेल आवासों का निरीक्षण किया जाता है व आवासों की समस्याओं पर ब्यौरा प्राप्त कर उन्हें दूर करने का आश्वासन दिया जाता है. लेकिन फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पा रहा है, ऐसा संगठन ने कहा है. मंडल रेल आवासों में लगभग सभी आवासों में इलेक्ट्रिक फिटिंग काफी पुरानी होने के कारण बड़ी अनहोनी होने की संभावना है. जिससे विद्युत फिटिंग करना आवश्यक है.

    रेल प्रशासन की लापरवाही एवं फंड की कमी के बहाने से आवासों की समस्या का निराकरण नहीं हो रहा है, ऐसा आरोप संगठन ने लगाया है. आंदोलन में सीआरएमएस सहायक महासचिव बी.पी. दुबे, वर्धा व पुलगांव शाखा के पदाधिकारी, कार्यकारिणी सदस्य व कॉलोनी निवासी शामिल होकर उन्होंने अपनी समस्या कथन कर रेल प्रशासन के प्रति रोष जताया.