वर्धा. जिले में गत सप्ताहभर से दमदार बारिश हो रही है़ फलस्वरुप जिले के जलाशयों का जलस्तर अचानक से बढ़ गया है़ कुछ प्रकल्पों से पानी छोड़े जाने के कारण तटवर्तीय इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है़ सप्ताहभर में बड़े, मध्यम प्रकल्पों का जलस्तर 15 प्रश तक बढ़ गया है. बता दें कि इस बार मानसून की लेटलतीफी के कारण किसानों में मायूसी छायी थी़ दूसरी ओर जून माह में बारिश नदारद रहने से जलाशयों का जलस्तर भी तेजी से घट गया था.
मूसलाधार वर्षा से प्रकल्पों को मिली संजीवनी
वर्धा सहित आसपड़ोस के गांवों में जलापूर्ति करने वाले धाम प्रकल्प का भी जलस्तर नीचे जाने से शहर में दो दिन बाद जलापूर्ति का निर्णय लिया गया था़ जून के अंत तक तीन जलाशय सूखने की कगार पर थे़ इस बीच जुलाई के शुरू से ही जिले में कम अधिक मात्रा में बारिश हुई़ पिछले दस दिनों में तीन बार अतिवृष्टि दर्ज की गई़ मूसलाधार वर्षा से जिले के जलाशयों को भी संजीवनी मिल गई़ दमदार बारिश के कारण कुछ जलाशयों का जलस्तर अचानक से बढ़ गया है.
लाल नाला प्रकल्प के 5 गेट 25 सेमी तक खोले
इस स्थिति में निम्न वर्धा प्रकल्प के तीसरी बार गेट खोले गए़ रविवार की सुबह 9.30 बजे प्रकल्प के सात गेट 30 सेमी से खोले गए़ शनिवार की रात्रि लाल नाला प्रकल्प के 5 गेट 25 सेमी से खोले गए थे़ बड़ी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण नदी पात्र व नाले उफान पर बहने लगे है़ पवनार स्थित धाम नदी का पात्र भी लबालब भरकर बह रहा है़ प्रशासन ने तटवर्तीय इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया है.
जलाशयों की वर्तमान स्थिति
जलाशय जलस्तर
बोर प्रकल्प 43.22 प्रश
निम्न वर्धा 66.70 प्रश
धाम प्रकल्प 32.06 प्रश
पोथरा प्रकल्प 59.42 प्रश
पंचधारा 34.97 प्रश
मदन प्रकल्प 44.80 प्रश
लाल नाला 54.95 प्रश
वर्धा कार नदी 18.56 प्रश