Wardha Curfew
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    आर्वी. कोरोना संक्रमण का खतरा ध्यान में रखकर होली के त्योहार के मद्देनजर मंगलवार सुबह 8 बजे तक 60 घंटों का कर्फ्यू जिला प्रशासन ने लागू किया था़ इस कर्फ्यू की धूलिवंदन के दिन धज्जियां उड़ते दिखाई दी़ आम नागरिकों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही थी़ वहीं अवैध शराब विक्रेताओं के व्यवसाय खुलेआम शुरू थे, जिससे नागरिकों में रोष दिखाई दिया़ होली के त्योहार पर किराना, सब्जी एवं दूकानें बंद रखी गई थी़ प्रतिदिन काम करने के बाद ही अनेक लघु व्यवसायियों के घर चूल्हा जलता है़ इसके चलते होली के दिन व्यवसाय की अनुमति देने की मांग की जा रही थी़ फिर भी कोरोना संक्रमण के मद्देनजर अनुमति नहीं दी गई़ साथ आम जनता को सार्वजनिक जगह पर होली नहीं मनाने का आदेश में उल्लेख किया गया था़ किंतु अवैध शराब विक्रेता खुलेआम शराब की बिक्री करते दिखाई दे रहे थे़ उनके ठिया पर भारी भीड़ दिखाई दे रही थी.

    निगरानी पथक शराब के अड्डों से नदारद

    सेलू शहर व ग्रामीण विभाग में गावठी शराब के साथ ही देसी-विदेसी शराब की बड़े पैमाने पर बिक्री हुई़  कर्फ्यू के बावजूद मध्यप्रदेश से लायी जानेवाली शराब, महुआ शराब खुलेआम बेची जा रही थी‍. इस दौरान शहर में कार्यरत निगरानी पथक द्वारा कर्फ्यू के नियमों का कड़ाई से पालन हो, इसलिए अनेकों पर कार्रवाई की गई़  लेकिन यह पथक उक्त शराब अड्डों से नदारद था, जिससे विभिन्न चर्चाओं का बाजार गरमाया हुआ था. 

    आंदोलन की तैयारी में आमजन

    तहसील के घोराड, सेलू, हिंगनी गांव में खुलेआम शराब बिक्री पर पुलिस प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई नहीं की. कार्रवाई केवल आम जनता के खिलाफ किए जाने से रोष व्यक्त किया गया. शराब बंदी के बावजूद विक्रेताओं पर कार्रवाई न होने से नागरिक अब आम जनता आंदोलन की तैयारी में है़  जिलाधिकारी तथा पुलिस अधीक्षक से इस स्थिति की ओर गंभीरता से ध्यान देकर जरूरी उपाय योजना करने की मांग की है.