वर्धा. अमरावती जिले के राज्यमार्ग क्रमांक 14 की हालत जर्जर होने से नागरिकों द्वारा जिले को राष्ट्रीय महामार्ग से जोडने की मांग निरंतर हो रही है़ जिसका संज्ञान लेते हुए सांसद रामदास तडस ने सोमवार को नियम 377 अंतर्गत मध्य प्रदेश सीमा से धारणी-अचलपुर-अमरावती-नांदगांव खंडेश्वर- यवतमाल जिला यह राज्यमार्ग क्रमांक 14 राष्ट्रीय महामार्ग के रूप में अधिसुचित करने का मुद्दा उपस्थित कर लोकसभा का ध्यानाकर्षण किया.
सांसद तडस ने कहा कि, धारणी-अचलपूर-अमरावती-नांदगाव खंडेश्वर-यवतमाल जिला यह राज्यमार्ग क्रमांक 14 राज्य सरकार के अंतर्गत आता है़ यह प्रमुख मार्ग राष्ट्रीय महामार्ग के रूप में परिवर्तीत होना जरूरी है़ कुल 303 किमी लंबाई का मार्ग मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र राज्य को जोडनेवाला है़ यह मार्ग पर्यटन केंद्र चिखलदरा, मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प, आदिवासी बहुल धारणी तहसीलस, अचलपूर तहसील को मार्ग से जोडनेवाला मुख्य मार्ग है.
नांदगाव खंडेश्वर तहसील से जानेवाले मार्ग खराब होने से यात्रियों को परेशानी हो रही है़ मध्य प्रदेश सिमा से शुरू होकर धारणी-अचलपूर- अमरावती -नांदगाव खंडेश्वर-यवतमाल जिले का महामार्ग क्रमांक 14 पर राष्ट्रीय महामार्ग का प्रस्ताव मंजुरी के लिए भेजे जाने की जानकारी है़ मध्यप्रदेश सीमा से धारणी-अचलपूर- अमरावती- नांदगाव खंडेश्वर-यवतमाल जिला यह राज्यमार्ग क्रमांक 14 राष्ट्रीय महामार्ग के रूप में अधिसूचित करें ऐसी बिनती सांसद रामदास तडस यांनी केंद्रीय मार्ग यातायात तथा महामार्ग मंत्री नितीन गडकरी से की है.