नई तालीम: राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 पर उपराष्ट्रपति ने कहा- उद्यमिता बढ़ाने कौशल प्रशिक्षण पर जोर

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    वर्धा. उपराष्ट्रपति एम. वेंकेया नायडू ने कहा कि देश की राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति-2020 महात्मा गांधी की ‘नई तालीम’ का अनुकरण करती है. राष्‍ट्रीय शिक्षा नीति में भी प्राथमिक या माध्यमिक कक्षाओं में शिक्षा का माध्यम मातृभाषा रखने का प्रस्ताव किया गया है. विद्यार्थियों में उद्यमिता बढ़ाने कौशल प्रशिक्षण पर जोर दिया गया है. स्मरण रहे 1937 में वर्धा में ही जिस ‘नई तालीम’ का प्रस्ताव महात्मा गांधी द्वारा रखा गया था उसमें नि:शुल्क अनिवार्य शिक्षा के अतिरिक्त मातृभाषा को शिक्षा का माध्यम बनाना और विद्यार्थियों को कौशल प्रशिक्षण देना सम्मिलित था. वे वर्धा स्थित महात्मा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय में आयोतित रजत जयंती समारोह को आभासी रूप से संबोधित कर रहे थे. इस समय उन्‍होंने डा़ बाबासाहब आंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण, अटल बिहारी वाजपेयी भवन एवं चंद्रशेखर आजाद छात्रावास का लोकार्पण रिमोट दबाकर किया.

    भाषाई विविधता ही हमारे देश की शक्ति है

    उपराष्‍ट्रपति ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा गांधी की ‘नई तालीम’, उसके अनुभवों पर किया गया शोध और राष्‍ट्रीय अध्ययन, शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए उपयोगी हो सकते हैं. हमारी संविधान सभा ने लंबी बहस के बाद हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया तथा साथ ही अन्य भारतीय भाषाओं को भी आठवीं अनुसूची में संवैधानिक दर्जा दिया. हर भारतीय भाषा का गौरवशाली इतिहास है, समृद्ध साहित्य है़  हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारे देश में भाषाई विविधता है. हमारी भाषाई विविधता हमारी शक्ति है, क्योंकि हमारी भाषाएं हमारी सांस्कृतिक एकता को अभिव्यक्त करती हैं. युवा छात्रों से संप्रदाय, जन्म, क्षेत्र, लैंगिकता विभेद, भाषा आदि के आधार पर विभेद के भावों से ऊपर उठकर देश की एकता को मजबूत करने का आग्रह किया. महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्‍वविद्यालय में फ्रेंच, स्पेनिश, चीनी, जापानी आदि विदेशी भाषाओं को हिंदी माध्यम में पढ़ाया जा रहा है. अन्य भारतीय भाषाओं को भी सम्मिलित करने का आग्रह किया़ 

    शांति व मैत्री की विचारधारा पर काम कर रहा विवि

    केंद्रीय सामाजिक न्‍याय और अधिकारिता राज्‍यमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि विश्‍वविद्यालय शांति और मैत्री की विचारधारा के अनुरूप कार्य कर रहा है. संविधान हम सब के लिए गर्व का विषय है. विवि के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने उपराष्‍ट्रपति और केंद्रीय राज्‍यमंत्री का स्‍वागत किया. उपराष्‍ट्रपति का स्‍वागत कुलपति के प्रतिनिधि के रूप में दूरशिक्षा निदेशालय के निदेशक डा़ के. बालराजू ने भौतिक रूप से स्‍मृति चिन्ह, विश्‍वविद्यालय का स्‍मृति चिन्ह, शाल व सूतमाला देकर किया. संचालन विवि के कुलसचिव कादर नवाज खान एवं धन्‍यवाद प्रतिकुलपति प्रो. हनुमानप्रसाद शुक्ल ने ज्ञापित किया. इस समय सांसद रामदास तड़स आनलाइन तथा जिला परिषद की अध्‍यक्ष सरिता गाखरे, जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार सहित शिक्षक और छात्र प्रत्‍यक्षत: उपस्थित रहे.