Police Patil Strike

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आष्टी-शहीद (सं.). तहसील के पुलिस पाटिलों को ग्रामस्तर पर विविध समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. उन्हें मिलने वाला मानधन अल्प है. इसे बढ़ाने की मांग के लिये पुलिस पाटिलों ने तहसील कार्यालय समक्ष एक दिवसीय श्रृंखला अनशन किया. पुलिस पाटिल को गांव स्तर पर शराब बंदी गांव में होने वाले विवाद, फसाद, जगह, खेती को लेकर विवाद, चुनाव काल में काम, प्राकृतिक आपदा के समय पुर्णत: सरकारी स्तर पर जानकारी पहुंचाना, गणेश उत्सव, दुर्गा उत्सव के दौरान सक्रिय सहभाग, कई समस्याओं का सामना पुलिस पाटिल करते है़ं काम की तुलना में उन्हें दिया जाने वाला मानधन अत्यंत अल्प है.

पुलिस पाटिलों को सरकारी कर्मी की तर्ज पर 25 हजार रुपये मानधन दिया जाये़ पुलिस पाटिलों के नवीनीकरण की शर्त रद्द करे़. जिले के पुलिस पाटिलों को 2012 से 2022 काल तक यात्रा भत्ता शासन निर्णय द्वारा दिया जाये़ पुलिस पाटिल को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं सरकारी कर्मचारी की तर्ज पर दी जाये़ उनके सेवानिवृत्ति की आयु 60 की बजाये 65 वर्ष की जाये़ पुलिस थाना हाने वाले गांवों में पुलिस पाटिल को स्थायी किया जाये.

कर्तव्य पर रहते मृत्यु होने पर परिवार के सदस्य को अनुकंपा पर पुलिस पाटिल पद दिया जाये़ सेवानिवृत्त होने पर उन्हें पेंशन अथवा एकमुस्त दस लाख रुपये प्रदान करे़ं महाराष्ट्र ग्राम पुलिस पाटिल अधिनियम 1967 में सुधार कर नया आदेश निकाला जाये़ आदि मांगों लेकर तहसील कार्यालय समक्ष पुलिस पाटिल संगठन ने एक दिवसीय श्रृंखला अनशन किया़ अनशन मंडप को उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ओएसडी सुमित वानखडे, पूर्व विधायक अमर काले ने भेंट देकर मांगों को जाना़ वानखेडे ने वरिष्ठ स्तर पर बैठक लेने का आश्वासन दिया़ आंदोलन में बड़ी संख्या में पुलिस पाटिल मौजूद थे.