- उखड़ रहा सीमेंटीकरण, पड़ी दरारें, आर्वी रोड की तर्ज पर उठी मांग
वर्धा. छत्रपति शिवाजी महाराज प्रतिमा से जुनापानी चौक तक आर्वी मार्ग की दर्जात्मक जांच करने हाल ही में डिपार्टमेंटल टेक्निकल ऑडिट हुआ़ जिसमें मार्ग पर दरारे गिरने से 45 पैनल तोड़कर जहां पुन: सीमेंटीकरण किया जा रहा है़ ऐसे में नवनिर्मित देवली व हिंगनघाट सीमेंट मार्ग पर भी कई जगह दरारें व सीमेंटीकरण उखड़ने के कारण गड्ढे पड़ गए हैं. जिससे इस मार्ग के सीमेंटीकरण की भी दर्जात्मक जांच हो, ऐसी मांग की जा रही है.
लोकनिर्माण विभाग अंतर्गत निर्मित छत्रपति शिवाजी महाराज चौक से जुनापानी चौक तक मार्ग के सीमेंटीकरण को लगभग 3 वर्ष पूर्ण हो गए हैं, जबकि, राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण देवली व हिंगनघाट मार्ग का सीमेंटीकरण पूर्ण होकर लगभग 2 वर्ष का समय हो गया है़ नवनिर्मित मार्गों पर अनेक जगह दरारे गिरी हैं. कुछ जगह तो सीमेंटीकरण भी उखड़ने लगा है़ हाल ही में आर्वी रोड की दर्जात्मक जांच होने से जहां निकृष्ट दर्जे का कार्य हुआ, वह तोड़कर पुन: सीमेंटीकरण किया जा रहा है़ इसी तर्ज पर देवली व हिंगनघाट मार्ग की भी दर्जात्मक जांच करने की मांग हो रही है.
EPC कान्ट्रैक्ट अंतर्गत कार्य
बजाज चौक स्थित आचार्य विनोबाभावे उड्डानपुल से जाने वाले देवली एवं हिंगनघाट मार्ग का सीमेंटीकरण ईपीसी कान्ट्रैक्ट(इंजीनियर प्रोक्युअर कन्सट्रक्ट)अंतर्गत होने की बात राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण की ओर से बताई जा रही है़ निर्माणकार्य पूर्ण होने के बाद प्रोडक्ट एथॉरिटी इंजीनियर की ओर से प्रतिमाह स्ट्रक्चरल ऑडिट होता है़ 4 वर्ष तक ठेकेदार को इस मार्ग की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी है़
मार्ग पर गड्ढों की ओर अनदेखी
आचार्य विनोबा भावे उड्डानपुल से उतरने के बाद देवली की ओर जाते समय शुरूआत में ही सीमेंट मार्ग पर गड्ढे पड़े हैं. साथ ही अनेक जगह सीमेंटीकरण उखड़ने के कारण नवनिर्मित मार्ग की दुर्दशा हुई है़ राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण द्वारा निर्मित इस मार्ग का प्रतिमाह स्ट्रक्चरल ऑडिट किए जाने की बात जानकारी है़ फिर भी मार्ग पर गड्ढे दिखाई देने से आश्चर्य व्यक्त हो रहा है.