वर्धा. आरटीई के अंतर्गत नि:शुल्क प्रवेश प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है. विद्यार्थियों को प्रवेश के लिए जरूरी प्रमाणपत्रों की मांग हो रही है़ परंतु राजस्व कर्मियों की हड़ताल के कारण अभिभावकों को आय तथा जाति का प्रमाणपत्र नहीं मिल पा रहा है़ परिणामवश प्रवेश के लिए उन्हें दिक्कतें उठानी पड़ रही है़ प्रवेश की अंतिम तिथि 20 अप्रैल निर्धारित होने से अभिभावक असंतोष व्यक्त कर रहे है़ं इस ओर गंभीरता से ध्यान देने की मांग की जा रही है.
बता दें कि जिले में 114 स्कूलों में 1,115 बालकों को आरटीई प्रवेश प्रक्रिया के अंतर्गत नि:शुल्क प्रवेश दिया जानेवाला है़ इसके लिए पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन मांगें गए थे़ 30 मार्च को सभी सीटों के लिए एकसाथ ड्रा खोला गया़ वहीं 1,115 सीटों के लिए ही वेटिंग लिस्ट लगायी गई है.
कागजातों की पूर्तता के बाद ही प्रवेश निश्चित
4 अप्रैल से संबंधित स्कूलों में प्रवेश प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है़ अभिभावकों को 20 अप्रैल तक अपने पाल्य का प्रवेश निश्चित करना अनिवार्य बताया गया है़ इसके बाद वेटिंग लिस्ट में होने वाले बालकों को स्कूल में प्रवेश का अवसर मिलेगा़ ऐसे में नि:शुल्क प्रवेश के लिए पालक स्कूलों में पहुंच रहे है़ं इसके लिए लगने वाले जरूरी कागजात स्कूल में देने पड़ते है. कागजातों की पूर्तता के बाद प्रवेश निश्चित माना जाने की बात शिक्षा विभाग ने कही है़ प्रवेश के लिए विद्यार्थी को निवासी प्रमाणपत्र एवं पालक के आय का प्रमाणपत्र जरूरी है़ इसके अलावा आरक्षित प्रवर्ग के विद्यार्थी के लिए जाति प्रमाणपत्र भी आवश्यक है.
2 दिनों में प्रमाणपत्र निकालने की मुश्किल
अब तक राजस्व कर्मी हड़ताल पर थे़ 13 अप्रैल की देर शाम हड़ताल वापस ली गई़ इसके बाद 14 से 17 अप्रैल तक सरकारी अवकाश थे़ प्रवेश पाने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल है़ सोमवार को पात्र विद्यार्थियों के अभिभावक बड़ी संख्या में तहसील कार्यालय में पहुंचे़ परंतु दो-तीन दिन में उपरोक्त प्रमाणपत्र देना असंभव बताने से वे निराश होकर वापस लौट रहे है़ं अगर प्रमाणपत्र नहीं मिला तो बालक का प्रवेश नहीं होंगा, यह डर उन्हें सता रहा है़ इतने कम समय में प्रमाणपत्र कहां से उपलब्ध कराये, यह सवाल अभिभावक पूछ रहे है़ं इस ओर शिक्षा विभाग से गंभीरतापूर्वक ध्यान देने की मांग की जा रही है.
प्रमाणपत्र जमा करने की अवधि बढ़ने की संभावना
इस समस्या को लेकर शिक्षा विभाग से संपर्क करने पर बताया कि आरटीई प्रवेश की अवधि बढ़ने की संभावना है़ परंतु अभिभावकों को प्रमाणपत्र पाने के लिए आ रही दिक्कतों के बारे में शिक्षा विभाग ने कुछ नहीं बताया.