Shingane murder case

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    आर्वी (सं). सात दिन से लापता महेंद्र शिंगाने हत्याकांड की गुत्थी आर्वी पुलिस ने सुलझा ली है़ पहले सोने की अंगूठी व चेन झपटी. इसके बाद महेंद्र शिंगाने को रस्सी से गला घोंट कर मौत के घाट उतारा गया़ सबूत मिटाने के उद्देश्य से दुपहिया के साथ उसी रस्सी से शिंगाने का शव बांधकर उसे कुंए में फेंक दिया़ प्रकरण में पुलिस ने चार आरोपियों को देर रात्रि गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी है़ आरोपियों को गुरुवार को न्यायालय में पेश करने पर उन्हें पांच दिन की पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया गया.

    प्राप्त जानकारी के अनुसार नप के सफाई कर्मचारी महेंद्र रामराव शिंगाने (59) 25 मई से लापता था़ वह अपने साथ दुपहिया क्रमांक एमएच 32 एक्यू 7994 भी लेकर गया था़ परिजनों ने उसकी सर्वत्र खोजबीन की. परंतु कहीं पर पता नहीं चला.  

    कॉल रिकॉर्ड से खुला राज

    आखिरकार 29 मई को शिंगाने के लापता होने की शिकायत आर्वी पुलिस में बेटे सागर शिंगाने ने दर्ज की़  परिजनों ने किसी षड्यंत्र का संदेह जताने से पुलिस ने महेंद्र शिंगाने की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी़ पुलिस ने शिंगाने के कॉल रिकॉर्ड जांचे़ शहर के सभी सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए़ तकनीकी जांच कर संदेह के आधार पर एक को हिरासत में लिया गया़ सख्ती से पूछताछ में उसने अपने साथियों की मदद से महेंद्र शिंगाने को मौत के घाट उतारने की बात कबूली़  इसके आधार पर पुलिस ने अन्य तीन लोगों को हिरासत में लिया़  इनमें से दो आरोपी मृतक के साथी बताये गए. 

    लूटपाट का था उद्देश्य

    आरोपियों से मृतक के लेनदेन के व्यवहार थे़  शिंगाने हमेशा शरीर पर सोने के आभूषण पहनता था़ इसलिए उसे लूटने का षड्यंत्र आरोपियों ने रचा़  आरोपियों ने महेंद्र शिंगाने को नेताजीवार्ड स्थित डकरे के खेत पर बुलाया़ जहां महेंद्र से जबरन सोने की 5 अंगूठियां, 2 चेन व नकद छीन ली़  परंतु शिंगाने यह बात किसी को बताएगा़ इस डर से आरोपियों ने रस्सी से उसका गला घोट दिया़  सबूत मिटाने के उद्देश्य से शव दुपहिया से बांध कर खेत स्थित कुंए में फेंक दिया. 

    आरोपियों पर अनेक मामले दर्ज

    हत्याकांड में गिरफ्तार आर्वी निवासी अक्षय रमेश सतपाल (23), शेख शाहरुख शेख रऊफ (28), विनोद दयाराम कुथे (42), व मो़ जाफर मो़ यासीन (29) पर अनेक मामले दर्ज बताये गए़  प्रकरण में आरोपी बढ़ने की संभावना जताई गई है़  मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक यशवंत सोलंके, डीवाईएसपी सुनील सालुंखे ने पहुंच कर उचित दिशानिर्देश दिए़  इस कार्रवाई को थानेदार भानुदास पिदुरकर के नेतृत्व में पुलिसकर्मी वैभव कट्टोजवार, सचिन धुर्वे, इमरान खिलची, थेमसिंह कोहचडे, किरण पोलटकर, आशीष मग की टीम ने अंजाम दिया.