वर्धा. पवनार ग्रामपंचायत की ओर से धाम नदी पात्र में घनकचरा व्यवस्थापन करने से ग्रामवासियों के स्वास्थ्य को खतरा निर्माण हो सकता है. पर्यावरण की रक्षा के दृष्टिकोण से उचित उपाय योजना करें. अन्यथा तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी पूर्व सरपंच तथा भारतीय जनता किसान मोर्चा के वर्धा तहसील अध्यक्ष अजय गांडोले ने जिलाधिकारी को निवेदन सौंपकर की है.
निवेदन में कहा कि आचार्य विनोबा भावे के पदस्पर्श से पावन पवनार गांव यह धाम नदी के पात्र की वजह से पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है़ यहां स्थित मंदिर से हजारों श्रद्धालुओं की श्रद्धा जुड़ी है़ धाम नदी से पवनार, भूगांव के साथ ही शहर में पेयजल की आपूर्ति होती है. ग्रामपंचायत ने किसी भी प्रकार का विचार न करते हुए नदी पात्र में शोष गड्ढे तैयार किए गए. गंदगी उत्सर्जित होकर नदी का पानी दूषित होने का डर निर्माण हो गया है़ इससे नागरिकों का स्वास्थ्य खतरे में आ जाएगा़ इस बारे में ग्रापं को शिकायत करके भविष्य में निर्माण होने वाली समस्या से अवगत किया़ लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
प्राप्त निधि के खर्च की कराएं जांच
15वें वित्त आयोग के प्रावधान के अनुसार स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत नदी व ग्रामसफाई के लिए 40 प्रतिशत तथा जिला परिषद के मार्फत 60 प्रतिशत निधि दिया जाता है़ ऐसे में निधि का उपयोग कहां हुआ इस बारे में सवाल उपस्थित करते हुए जांच की मांग निवेदन में की है़ एक ओर राष्ट्रीय स्तर पर स्वच्छ भारत अभियान जैसे उपक्रम चलाए जा रहे है. नदी की सफाई के लिए प्रशासन निरंतर प्रयास कर रहा है़ लेकिन ग्रापं प्रशासन गलत तरिके से कचरा व्यवस्थापन की उपाय योजना करने से नदी दूषित होने का खतरा है़ ऐसे में तुरंत निर्माण कार्य सही ढंग से शुरू करें. अन्यथा तीव्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है.