वर्धा. ओबीसी समाज के प्रलंबित प्रश्नों पर सरकार ध्यान नहीं दे रही है. इस स्थिति के चलते मांगों की ओर केंद्र व राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण करने राज्यव्यापी आंदोलन करने की चेतावनी राष्ट्रीय ओबीसी महासंघ की ओर से जिलाधिकारी के जरिए राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों को भेजे निवेदन में दी गई है.
ओबीसी की जातिनिहाय जनगणना, स्थानीय स्वराज्य संस्था में आरक्षण पूर्ववत करने, सरकारी पदभरति प्रक्रीया, ओबीसी स्कालरशिप, ओबीसी विद्यार्थियों को छात्रावास आदि विभिन्न मांगों पर सरकार द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
इस प्रसंग पर महात्मा गांधी की प्रतिमा को अभिवादन कर महासंघ के अजय भेंडे ने सदस्यों को निवेदन के बारे में जानकारी दी़ इस दौरान सुधीर पांगुल, अर्चना भोमले, छत्रपति फाटे ने विचार व्यक्त किए़ इस प्रसंग पर किशोर भोमले, सूर्यप्रकाश पांडे, नितिन कुंबलवार, उमेश गायधनी, अतुल उड़दे, रवींद्र चौधरी, जयवंत भालेराव, अर्चना भोमले, योगिता मानकर, सारा तराले, शंकर घपाट, रवींद्र कडू, श्रीकांत धोटे, रवींद्र चरडे, पराग भोयर, धर्मेश झाड़े, अरुण फुले, अतुल बालसराफ, प्रवीण पेठे, बाला माऊस्कर, प्रदीप कुहीटे, नामदेव ढुमने, राजू धोटे, राजेंद्र भोमले, जयंत पुसदेकर, सचिन वानखेड़े, रंजीत सुरकार, प्रमोद कालबांडे, अरुण झोटिंग, दे़ सु़ चौधरी, गजानन निवल, राजेंद्र भोयर, योगेश्वर खेवले, मयूर देवले, लोमेश व-हाडे, विक्रम राऊत व अन्य सदस्य उपस्थित थे.