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प्रतीकात्मक तस्वीर

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वर्धा. 2.64 करोड़ के गबन प्रकरण की मुख्य आरोपी स्वाति सूर्यवंशी को अंतत: वर्धा पुलिस ने वाशिम जिले के कलबुर्गी से हिरासत में लिया. न्यायालय ने उसे 14 मार्च तक पुलिस कस्टडी सुनाई गई है. 

उल्लेखनीय है कि वरिष्ठों के मार्गदर्शन में आर्थिक अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक कांचन पांडे के निर्देश पर स्वाति सूर्यवंशी को अरेस्ट करने 3 मार्च को पीएसआय विवेक राऊत के नेतृत्व में सचिन इंगोले, ज्योत्स्ना रोकडे, गीता, आशीष सावरकर, अरविंद इंगोले की टीम परभणी गई थी़  गुरुवार को जिला न्यायालय ने सूर्यवंशी की जमानत याचिका खारिज कर दी़ इसके बाद टीम ने सरगर्मी से सूर्यवंशी की खोज शुरू की़ परभणी से टीम हिंगोली में पहुंची.

जहां एक संदिग्ध को हिरासत में लिया. उससे मिली जानकारी के आधार पर टीम पुन: वाशिम पहुंची. जहां कलबुर्गी में जाकर स्वाति को उसके मुबोले मामा प्रकाश बन्सोड के यहां से हिरासत में लिया. उसे लेकर पुलिस टीम मध्यरात्रि 2.30 बजे वर्धा पहुंची. न्यायाधीश जाधव के कोर्ट नंबर 3 में सूर्यवंशी को पेश किया गया. जहां पुलिस ने 18 मार्च तक पीसीआर की मांग की़ इस पर न्यायालय ने सूर्यवंशी को 14 मार्च तक पीसीआर सुनाया. पुलिस कस्टडी दौरान अन्य कुछ गंभीर मुद्दे प्रकाश में आने की संभावना है. 

पति-पत्नी दोनों के मोबाइल बंद

पुलिस ने स्वाति को हिरासत में लेने के लिये तकनीकी जांच शुरू कर दी़ परंतु लोकेशन न मिले इसलिए स्वाति ने खुद का मोबाइल 25 फरवरी तथा पति का मोबाईल 26 फरवरी को बंद कर दिया था. बावजूद इसके वर्धा साइबर पुलिस ने जांच जारी रखी. अरेस्ट करनी पहुंची टीम को समय-समय पर साइबर सेल सूचना कर रहा था. इसके आधार पर टीम हिंगोली जिले के चौरजवला में पहुंची. जहां पाठाडे के फार्म हाऊस पर स्वाति का वाहन दिखा़ परंतु स्वाति वहां से नहीं थी. पुलिस ने हिम्मत नहीं हारी, जबकि जांच को और गति दी़ एक संदिग्ध पुलिस के हाथ लगा़ सख्ती बरतने पर उसने स्वाति के बारे में जानकारी दी. 

मामा के यहां मिली आरोपी

चौरजवला के फार्म हाऊस पर वाहन रखकर स्वाति सूर्यवंशी दुपहियां से 25 किमी दूरी पर वाशिम जिले के कलबुर्गी स्थित मुंह बोले मामा प्रकाश बन्सोड के घर गई़  संदिग्ध से मिली जानकारी के आधार पर टीम तुरंत कलबुर्गी में पहुंची़ जहां से उसे हिरासत में लिया गया़ प्रकरण में आगे की जांच आर्थिक अपराध शाखा के पीआई कांचन पांडे कर रहे है़.